आरा : थानों में ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया में अपडेट नहीं होने के कारण काफी परेशानियां हो रही हैं. ऑनलाइन दर्ज प्राथमिकी सार्वजनिक नहीं होने के कारण आम- अवाम को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण लोगों को कोर्ट का चक्कर लगाना पड़ता है. सूबे की सरकार सभी थानाें […]
आरा : थानों में ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया में अपडेट नहीं होने के कारण काफी परेशानियां हो रही हैं. ऑनलाइन दर्ज प्राथमिकी सार्वजनिक नहीं होने के कारण आम- अवाम को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण लोगों को कोर्ट का चक्कर लगाना पड़ता है. सूबे की सरकार सभी थानाें को ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करने का आदेश जारी किया था. इसको लेकर हर थाने में कंप्यूटर व कंप्यूटर ऑपरेटर की बहाली भी की गयी थी.
शुरुआती दौर में काम अच्छा चला, लेकिन बाद में पूरा सिस्टम सुस्त पड़ गया है, जिसके कारण परेशानी हो रही है. सरकार द्वारा आदेश दिया गया था कि अब लोगों को कोर्ट का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा. घर बैठे लोग अपने कांडों की अद्यतन स्थिति जान लेंगे लेकिन अब तक इस सिस्टम को सार्वजनिक नहीं किया गया है. आज भी पुराने सिस्टम पर काम किया जा रहा है. जिले के कुछ बड़े थानाें में इसकी शुरुआत तीन माह पहले ही कर दी गयी थी. जबकि जिले के कुछ थानों में ये सिस्टम काम कर रहा है. कुछ थानों में कंप्यूटर शोभा की वस्तु बन कर रह गयी है.
कहीं कंप्यूटर तो ऑपरेटर नहीं, कोरम किया जा रहा है पूरा : आज भी जिले में तकनीकी कारणों से सिस्टम को पूर्ण रूप से धरातल पर नहीं उतारा जा रहा है. सरकार द्वारा दिये गये संसाधनों का भरपूर फायदा नहीं उठ पा रहा है. जिले के कई थानों में सरकार ने कंप्यूटर की व्यवस्था तो कर दी है, लेकिन कंप्यूटर चलाने वाले की कमी के कारण सिस्टम फ्लाॅप है.
इन- इन थानाओं में शुरू की गयी थी ऑनलाइन प्राथमिकी
जिले के 15 थानाें में ऑनलाइन प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की गयी थी, जिनमें नगर, नवादा, मुफस्सिल, उदवंतनगर, बड़हरा, कोइलवर, गड़हनी, पीरो, सहार , चरपोखरी जैसे थानाें में इस सिस्टम को शुरू किया गया था, लेकिन आज भी इन थानाें में डाटा को अपडेट नहीं किया गया.