बिहार : मुहूर्त निकल जाने के बाद मंडप पर पहुंच रहे दुल्हन के शहजादे…जानें पूरा मामला
कोइलवर : कोइलवर पुल पर इन दिनों जाम लाइलाज बन गया है़ रोजाना आठ से 10 घंटे जाम लग रहा है. ऐसे में लोग समय पर पहुंच नहीं पा रहे हैं. जाम के कारण दूल्हे राजा समय पर बरात लेकर नहीं पहुंच पा रहे हैं. कोइलवर पुल को फिलहाल जाम से निजात मिलती नहीं दिख […]
कोइलवर : कोइलवर पुल पर इन दिनों जाम लाइलाज बन गया है़ रोजाना आठ से 10 घंटे जाम लग रहा है. ऐसे में लोग समय पर पहुंच नहीं पा रहे हैं. जाम के कारण दूल्हे राजा समय पर बरात लेकर नहीं पहुंच पा रहे हैं. कोइलवर पुल को फिलहाल जाम से निजात मिलती नहीं दिख रही है. डोरीगंज-कोइलवर पथ पर अब भी वाहन सरकते नजर आ रहे हैं. चार लेन के इस पथ पर तीन लेन में बड़े वाहन खड़े हैं. एक लेन से छोटी गाड़ियों की आवाजाही हो रही है.
लगनी थी बैरियर : पटना से आरा या आगे की ओर जानेवाले वाहनों को धनडीहा-चांदी-सकड्डी या जमीरा के रास्ते आगे जाने का रूट तय किया गया था, वहीं पटना जानेवाले वाहन को एनएच आरा-पटना पथ से सीधे अब्दुलबारी पुल में प्रवेश कराने की बात हुई थी. इस पथ पर बड़े वाहनों के लिए वनवे ट्रैफिक रहेगी. इधर, छपरा से आरा या पटना जानेवाले वाहनों के लिए भी रूट निर्धारित किया गया था. साथ ही बबुरा, हरिपुर व बहियारा में ड्रॉप गेट बनाये जायेंगे, जहां पुलिस मौजूद रहेगी और वहीं से वाहनों को नियंत्रित करेगी, लेकिन अब भी इस नियम को पूरी तरह बहाल नहीं किया गया है. सुबह से शाम तक बड़े व्यावसायिक वाहनों को रोक कर रखना था, लेकिन एकाएक यातायात व्यवस्था बिगड़े नहीं इसे लेकर थोड़ी-थोड़ी देर पर 10-20 ट्रकों को छोड़ा जा रहा है.
जाम से बचने के लिए अलग रूट का किया गया निर्धारण
छपरा से आरा जानेवाले छोटे वाहनों को जमालपुर-पचैना-सकड्डी के रास्ते आगे जाना होगा. संदेश की ओर से आनेवाले वाहन को कोइलवर पुल की ओर नहीं आने दिया जायेगा. ये वाहन चांदी-सकड्डी होते हुए नेशनल हाइवे पर निकलेंगे. जानकारों का कहना है कि रोजाना करीब हजारों वाहन कोइलवर पुल होकर गुजर रहे हैं. प्रतिदिन गाड़ियां कोइलवर से होकर छपरा, हाजीपुर, पटना व आरा की ओर आ जा रही हैं.
इतनी संख्या में गाड़ियों की आवक से जाम की स्थिति विकराल हो जा रही है. यातायात व्यवस्था नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त बल प्रशासन द्वारा मुहैया नहीं कराया गया है. इधर कोइलवर पुलिस के लगभग सभी कर्मी जाम नियंत्रित करने में लगे हैं. इस कारण विधि व्यवस्था की समस्याओं के निबटाने में परेशानी हो रही है.