पांच दिनों तक रेलवे ट्रैक के किनारे पड़ा रहा शव
ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची जीआरपी ने शव को किया कब्जे में आरा/कोइलवर : पटना-मुगलसराय रेलखंड के कुल्हिड़या रेलवे स्टेशन के समीप किसी ट्रेन से गिरकर एक युवक की मौत हो गयी. शव पांच दिनों तक रेलवे ट्रैक के किनारे पड़ा रहा, लेकिन रेल कर्मियों को इसकी भनक तक नहीं लगी. इसी बीच […]
ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची जीआरपी ने शव को किया कब्जे में
आरा/कोइलवर : पटना-मुगलसराय रेलखंड के कुल्हिड़या रेलवे स्टेशन के समीप किसी ट्रेन से गिरकर एक युवक की मौत हो गयी. शव पांच दिनों तक रेलवे ट्रैक के किनारे पड़ा रहा, लेकिन रेल कर्मियों को इसकी भनक तक नहीं लगी. इसी बीच शुक्रवार की दोपहर ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची जीआरपी ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल में भेज दिया. शव की अभी पहचान नहीं को सकी है. जानकारी के मुताबिक कुल्हड़िया रेलवे स्टेशन के करीब देवी मंदिर के समीप किसी चलती ट्रेन से एक अज्ञात तीस वर्षीय युवक की गिरने के कारण मौत हो गयी. उसका शव रेलवे ट्रैक के किनारे ही पांच दिनों से पड़ा हुआ था,
लेकिन इसकी भनक रेल कर्मियों को नहीं लगी. युवक के शव को जगंली जानवर क्षतिग्रस्त करने के बाद उससे सड़ांध आने लगी. आसपास फैल रही दुर्गंध के बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों की नजर जब लाश पर पड़ी तो लोगों ने इसकी सूचना फौरन रेलवे के ट्रैफिक इंस्पेक्टर एनके राय को दी. इसके बाद उन्होंने जीआरपी आरा को सूचित किया. तब जीआरपी इंचार्ज अशोक कुमार सिंह ने जवानों को मौके पर भेजा और शव का सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया. शव की अभी तक पहचान नहीं हो सकी है.
ट्रैक की सुरक्षा पर खड़े हो रहे सवाल : पटना-मुगलसराय रेलखंड पर चार जोड़ी राजधानी सहित करीब 160 ट्रेनें रोजाना गुजरती हैं. ऐसे में अब ट्रैक की सुरक्षा को लेकर बड़ी लापरवाही भी सामने आयी है, क्योंकि अगर ट्रैकमैन पेट्रोलिंग करते तो ट्रेन से गिरे युवक के शव होने की सूचना पहले ही मिल जाती. पांच दिनों तक ट्रैक के किनारे युवक का शव पड़ा रहा और रेलवे के ट्रैकमैन को इसकी सूचना नहीं मिलना उनकी कार्य संजीदगी को साफ बता रही है.
रेलवे हर बार कोई घटना होने के बाद जांच के आदेश देता है और इसके बाद फिर मामला ठंडे बस्ते में पड़ जाता है.