बैंकों की हड़ताल से पैसे के लिए भटकते रहे लोग
मांगों के समर्थन में बैंककर्मियों ने शुरू की दो दिवसीय हड़ताल अधिकतर एटीएम खाली ग्राहकों को नहीं मिले कैश हड़ताल से करोड़ों का व्यवसाय हुआ प्रभावित लोग हलकान आरा : यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन द्वारा आयोजित दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन बैंक कर्मी पूरी तरह कार्य से अलग रहे तथा हड़ताल में शामिल […]
मांगों के समर्थन में बैंककर्मियों ने शुरू की दो दिवसीय हड़ताल
अधिकतर एटीएम खाली ग्राहकों को नहीं मिले कैश
हड़ताल से करोड़ों का व्यवसाय हुआ प्रभावित लोग हलकान
आरा : यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन द्वारा आयोजित दो दिवसीय हड़ताल के पहले दिन बैंक कर्मी पूरी तरह कार्य से अलग रहे तथा हड़ताल में शामिल हुए. इस दौरान पंजाब नैशनल बैंक के कर्मियों ने हड़ताल को काफी प्रभावी बनाया. बैंकिंग सेवाएं हड़ताल के कारण चरमरा गयी. सुबह में शहर के कुछ इलाकों में एटीएम खुले थे लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, बैंकों की एटीएम के शटर गिरते चले गये. शाम तक लगभग सभी इलाकों में एटीएम के शटर गिर गये. एटीएम के बाहर कैश आउट का बोर्ड टंगा मिला. लोगों को एटीएम से निराश होकर लौटना पड़ा. एक तो भीषण गर्मी ऊपर से एटीएम बंद रहने से लोगों को एक से दूसरे एटीएम भटकने पर मजबूर होना पड़ा.
इस दौरान बैंककर्मियों की हड़ताल से करोड़ों रुपए का व्यवसाय प्रभावित हुआ, जिससे बैंकों को काफी घाटा हुआ. हड़ताल का नेतृत्व अशोक कुमार सिंह, एनएन ओझा, जितेंद्र कौशल, सत्येंद्र पांडेय, सुरेंद्र कुमार पांडेय ,आनंद कुमार सिंह, चंदन कुमार, लियाकत हुसैन, विजय शंकर पाठक, दिलीप कुमार राय ,यशवंत कुमार, रामकिशोर पांडेय, रवींद्र कुमार गुप्ता,अमित कुमार पांडेय आदि ने किया.
सड़क पर उतर कर प्रदर्शन : जिले में अलग-अलग जगहों पर पंजाब नेशनल बैंक सहित बैंकरों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया और अपनी मांगों को पूरा करने के लिए नारेबाजी की. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर बुलायी गयी हड़ताल में अलग-अलग बैंकों के यूनियन या संगठन शामिल हुए. इससे लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. वहीं व्यापारियों का लेन-देन का सारा कारोबार ठप पड़ गया. करोड़ों का कारोबार प्रभावित हुआ है.
पीएनबी के कर्मियों ने किया प्रदर्शन : पीएनबी के कर्मियों ने मंडल कार्यालय के पास प्रदर्शन किया. कर्मी यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के आह्वान पर हड़ताल में जुटे रहे. वहीं अन्य कई जगहों पर भी अलग-अलग बैंक यूनियन हड़ताल में शामिल हुए और जमकर प्रदर्शन किया. हड़ताल में सभी राष्ट्रीयकृत बैंक, मध्य बिहार ग्रामीण बैंक का क्षेत्रीय कार्यालय सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक निजी बैंक के कर्मी हड़ताल में शामिल हुए. भीषण गर्मी के बीच भी बैंककर्मी प्रदर्शन करते रहे. बैंककर्मी 11 वें वेतन समझौते को लागू करने की मांग कर रहे हैं. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस की मांग है कि पिछले वेतन समझौते की तर्ज पर उन्हें 15 प्रतिशत से अधिक वेतन वृद्धि दी जाये.
लोगों को झेलनी पड़ी परेशानी : महीने के आखिर में बैंक हड़ताल होने की वजह से वेतन और पेंशन भोगियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बैंक शाखाओं के बंद रहने से आरटीजीएस सेवाएं भी बाधित रहीं. चेक क्लियरेंस, नकद जमा निकासी,पैसे के ट्रांसफर आदि का काम नहीं होने से कारोबार पूरी तरह ठप पड़ गया.बैंकों में चेक का क्लीयरेंस नहीं हुआ. ड्राफ्ट नहीं बने.माह का अंतिम सप्ताह होने के कारण वेतन-पेंशन इत्यादि का भुगतान ग्राहकों के बैंक खाते में नहीं किया जा सका.
एटीएम से नहीं मिली नकदी : एटीएम से नकदी निकासी के लिए लोग भटकते रहे. लोग पूरे दिन एक एटीएम से दूसरे एटीएम तक दौड़ते रहे पर एटीएम में पैसे नहीं होने से निराश होकर वापस लौट जा रहे थे. हालांकि कुछ एटीएम में सुबह में पैसा रहने से लोगों की भीड़ लगी रही, पर तीन 4 घंटे के बाद सभी एटीएम में नकदी खत्म हो गई.इससे पूरे दिन लोग परेशान रहे.पैसा नहीं निकलने से लोगों के कई आवश्यक काम नहीं हो पाये.