बस की टक्कर से बाइक सवार की मौत, चालक फरार

आरा/ शाहपुर : आरा- बक्सर एनएच 84 पर शाहपुर थाना क्षेत्र के कुंडेश्वर पुल के समीप मंगलवार की सुबह अनियंत्रित बस के धक्के से सीआरपीएफ का जवान गंभीर रूप से जख्मी हो गया, जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. घटना को अंजाम देने के बाद बसचालक बस को छोड़कर फरार हो गया. मौत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 4, 2018 5:05 AM

आरा/ शाहपुर : आरा- बक्सर एनएच 84 पर शाहपुर थाना क्षेत्र के कुंडेश्वर पुल के समीप मंगलवार की सुबह अनियंत्रित बस के धक्के से सीआरपीएफ का जवान गंभीर रूप से जख्मी हो गया, जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. घटना को अंजाम देने के बाद बसचालक बस को छोड़कर फरार हो गया.

मौत की सूचना पाते ही ग्रामीण उग्र हो गये और कुंडेश्वर गांव के समीप एनएच 84 को जाम कर दिया गया. जाम लगने से दोनों तरफ वाहनों की कतारें लग गयीं. बाद में मौके पर पहुंचे पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद जाम हटवाया और शव को लेकर पोस्टमार्टम के लिए आरा भेज दिया गया. मृतक शाहपुर थाना क्षेत्र के कुंडेश्वर गांव निवासी सीआरपीएफ का जवान गजेंद्र शर्मा (35) है, जो रामस्वरूप शर्मा का पुत्र था. घटना के बाद पूरे परिवार में कोहराम मच गया.

बताया जा रहा है कि सीआरपीएफ जवान गजेंद्र छुट्टी पर तीन दिन पहले गांव आया हुआ था. वह दिल्ली में पदस्थापित था. मंगलवार को वह पूजा के लिए नजदीक के बाजार रानीसागर से पूजा सामग्री लेकर बाइक से वापस लौट रहे थे कि कुंडेश्वर पुल के पास ब्रह्मपुर की ओर से आ रही निजी बस की जोरदार टक्कर से बुरी तरह जख्मी हो गया और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गयी. ग्रामीणों को इसकी सूचना मिलते ही आक्रोशित ग्रामीणों ने कुंडेश्वर पुल के पास मृतक जवान के शव के साथ ही सड़क को जाम कर दिया और स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना भी दे दी. पहुंचे शाहपुर थानाध्यक्ष शंभु कुमार भगत के समझाने- बुझाने के बाद मामला शांत हुआ. लगभग दो घंटे तक जाम लगा रहा, जिसके कारण अफरातफरी का माहौल कायम रहा.

आक्रोशित लोगों ने शव के साथ कुंडेश्वर गांव के समीप एनएच 84 को किया जाम
बुझ गया घर का इकलौता चिराग, तीन बच्चों के सिर से उठ गया पिता का साया
सड़क हादसे में शिकार हुआ सीआरपीएफ का जवान गजेंद्र शर्मा अपने मां -बाप की इकलौती संतान थे. जवान की मौत के बाद पूरे परिवार में मातम पसर गया है. घर का इकलौता चिराग के बुझने के बाद पूरे गांव में भी मातमी सन्नाटा पसर गया है. वृद्ध पिता रामस्वरूप शर्मा एवं उसकी मां की आंखों के आंसू थमने के नाम नहीं ले रहा था. बेटे की मौत की खबर उन्हें देर से लगी. हालांकि लोगों से बार- बार वृद्ध पिता एक ही रट लगाये हुए थे. हमरा गजेंद्र के कुछ भइल बा का. पति की मौत की खबर सुनकर पत्नी नीता देवी गिर पड़ी और बेहोश हो गयी. सड़क हादसे के शिकार हुए गजेंद्र शर्मा को तीन बच्चे हैं. इनमें बड़ा प्रिंस (7),
दूसरा श्लोक (4) तथा सबसे छोटा राजकुमार (2) वर्षों के हैं. घर के सभी लोगों को रोते देख बच्चे भी रो रहे थे लेकिन उन्हें उन्हें इस बात का एहसास नहीं था कि उनके सिर से पिता का साया हमेशा के लिए उठ चुका था. मृतक गजेंद्र की शादी करीब एक दशक पूर्व धोबहा ओपी के मोहनपुर में हुई थी. ससुराल में जैसे ही मौत की खबर मिली वहां भी मातम पसर गया.

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