रोजी-रोटी की तलाश में विदेश गये छह युवक मलयेशिया में फंसे

गुहार . फर्जीवाड़ा कर एजेंटों ने जाल में फंसाया आरा/जगदीशपुर # रोजी- रोटी की तलाश में विदेश कमाने गये युवकों पर फर्जीवाड़ा की शामत आ गयी है. एजेंटों की जाल में युवक फंस गये हैं. एजेंटों द्वारा उन्हें रोजी- रोटी की तलाश में मलेशिया ले जाया गया था, जहां बुरी तरह उनके चंगुल में फंस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2018 11:28 PM

गुहार . फर्जीवाड़ा कर एजेंटों ने जाल में फंसाया

आरा/जगदीशपुर # रोजी- रोटी की तलाश में विदेश कमाने गये युवकों पर फर्जीवाड़ा की शामत आ गयी है. एजेंटों की जाल में युवक फंस गये हैं. एजेंटों द्वारा उन्हें रोजी- रोटी की तलाश में मलेशिया ले जाया गया था, जहां बुरी तरह उनके चंगुल में फंस चुके हैं. उनके वतन वापसी को लेकर परिजनों ने विदेश मंत्रालय से गुहार लगायी है. हालांकि सरकार इसको लेकर प्रयास कर रही है. इसको लेकर आरा के सांसद आरके सिंह से परिजनों ने गुहार लगायी है.

बताया जाता है कि लड़के मलेशिया में भारतीय दूतावास से संपर्क किया, जिसके बाद मंत्रालय द्वारा ईमेल भेज कर इनके परिजनों को खबर दी गयी, तब जाकर परिजन हरकत में आये. बताया जाता है कि जगदीशपुर विशेन टोला निवासी अनिल सिंह, जगदीशपुर प्रखंड के दुलौर निवासी मुन्ना ठाकुर, राजकुमार तथा कलक्टर सिंह बक्सर जिले के कुरुथिया निवासी सुनील कुमार और दयाशंकर महतो सभी लड़के नौ जून को चेन्नई से फ्लाइट पकड़कर मलेशिया गये थे. सात जुलाई तक एजेंट द्वारा दिये गये नंबर पर बात हो रही थी, लेकिन सात जुलाई के बाद संपर्क बंद हो गया. परिजनों को अब तक उनसे संपर्क नहीं हो पाया, जिससे परिजन काफी परेशान है. लाखों रुपये लेकर एजेंट ने 15 दिनों के टूर वीजा पर सभी लड़कों को मलेशिया काम दिलाने के लिए भेजा था. लेकिन एजेंट के फर्जीवाड़े के कारण सभी लड़के मलेशिया में फंस गये हैं. परिजनों ने आरा सांसद केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को 17 जुलाई को पत्र के माध्यम से फंसे हुए लड़कों को वतन वापसी को लेकर गुहार भी लगायी गयी थी.

परिजनों ने मलेशिया स्थित भारतीय दूतावास से सम्पर्क किया तो ईमेल द्वारा परिजनों को बताया गया कि उक्त सभी युवक टूरिस्ट वीजा खत्म होने के बावजूद अवैध तरीके से मलेशिया में रहकर कार्य कर रहे थे, जिन्हें मलेशियाई कानून के तहत फर्जी वीजा मामले में 19 अगस्त तक कस्टडी में रखा जायेगा. उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. इसको लेकर परिजन काफी चिंतित हैं और लगातार मंत्रालय से संपर्क कर जानकारी ले रहे हैं.

Next Article

Exit mobile version