आवेदन जमा करने के लिए डाकघर में उमड़ी भीड़, अफरातफरी की स्थिति, बुलानी पड़ी पुलिस
पीरो : शनिवार को मुख्यालय स्थित डाकघर परिसर में सुबह करीब नौ बजे से ही सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गयी थी. भीड़ में शामिल पुरुष, महिलाएं और किशोरियाें कथित बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत केंद्र सरकार की ओर से मिलनेवाले दो लाख रुपये के लिए आवेदन जमा करने यहां पहुंची थी. 10 […]
पीरो : शनिवार को मुख्यालय स्थित डाकघर परिसर में सुबह करीब नौ बजे से ही सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गयी थी. भीड़ में शामिल पुरुष, महिलाएं और किशोरियाें कथित बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत केंद्र सरकार की ओर से मिलनेवाले दो लाख रुपये के लिए आवेदन जमा करने यहां पहुंची थी. 10 बजते परिसर में भीड़ इतनी बढ़ गयी कि डाकघर के कर्मियों को डाकघर का दरवाजा खोलने से पहले पुलिस को बुलाना पड़ा. पुलिस के जवानों के यहां पहुंचने के बाद उनकी देखरेख में कार्यालय का दरवाजा खोला गया. इस दौरान पूरे दिन लोग कड़ी धूप और गर्मी में अपना आवेदन रजिस्ट्री करने के लिए यहां जमे रहे.
उक्त आवेदन जमा करनेवालों की भीड़ के कारण डाकघर में अन्य कोई कामकाज नहीं हुआ और पूरे दिन यहां अफरातफरी का आलम बना रहा. पीरो डाकघर के पोस्टमास्टर अनिल कुमार ने बताया कि गत कई दिनों से यहां यही स्थिति है. उक्त आवेदन जमा करनेवालों की भीड़ के कारण डाकघर का सामान्य कामकाज पूरी तरह बाधित हो गया है. जब प्रभात खबर की टीम ने केंद्र सरकार की ओर से लड़कियों को दो लाख रुपये मिलनेवाली इस योजना की हकीकत जानने का प्रयास किया तो पता चला कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ केंद्र सरकार की योजना है. लेकिन इस योजना के तहत लड़कियों को दो लाख रुपये दिये जाने का कोई प्रावधान नहीं है. आवेदन पर ग्राम प्रधान या पार्षद से अनुशंसा भी करायी जा रही है लेकिन कई पंचायत प्रतिनिधियों से इस योजना के बारे में पूछा गया तो किसी ने भी बेटियों को दो लाख रुपये देनेवाली केंद्र सरकार के किसी योजना की पुष्टि नहीं किया. आवेदन जमा करने के लिए डाकघर पहुंचे लोगों से जब पूछा गया उन्हें इस योजना की जानकारी कहां से मिली तो करीब- करीब सभी ने यही कहा कि उनके मोहल्ले और गांव में लोग आवेदन जमा कर रहे हैं इसलिए वे भी आवेदन जमा करने चले आये हैं. इस योजना के संबंध में प्रशासनिक अधिकारियों व जानकार लोगों से भी पूछा गया तो किसी ने भी लड़कियों को लाख रुपये मिलनेवाली ऐसी किसी योजना से अनभिज्ञता जतायी.