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आरा की घटना के विरोध में दूसरे दिन भी डॉक्टरों ने किया कार्य का बहिष्कार, आज भी बंद रहेगी ओपीडी सेवा

पटना/आरा : भोजपुर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हाजिरी बनाने को लेकर डॉक्टर और डीएम के बीच उपजे विवाद तूल पकड़ने लगा है. इस मामले में भोजपुर के डीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर लगातार दूसरे दिन भी कार्य बहिष्कार करेंगे. इसके कारण गुरुवार को भी सभी सरकारी अस्पतालों में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 22, 2018 6:57 AM
पटना/आरा : भोजपुर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हाजिरी बनाने को लेकर डॉक्टर और डीएम के बीच उपजे विवाद तूल पकड़ने लगा है. इस मामले में भोजपुर के डीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर लगातार दूसरे दिन भी कार्य बहिष्कार करेंगे. इसके कारण गुरुवार को भी सभी सरकारी अस्पतालों में ओपीडी ठप रहेगी.
हालांकि, इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी. बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ (भासा) और इंडियन डेंटल एसोसिएशन की बुधवार को आइएमए हॉल में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. बैठक के बाद भासा के महासचिव डॉ रणजीत कुमार ने बताया कि अपनी मांग को लेकर सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर दूसरे दिन गुरुवार को भी कार्य बहिष्कार करेंगे. वहीं, दो दिनों के कार्य बहिष्कार के बाद भी अगर भोजपुर के डीएम संजीव कुमार पर कार्रवाई नहीं हुई तो डॉक्टर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा सकते हैं.
उधर बुधवार को आरा में भासा आैर आईएमए के पदाधिकारियों और भोजपुर के डीएम संजीव कुमार के बीच मैराथन बैठक चली, लेकिन वार्ता विफल रही. इसके कारण दूसरे दिन भी डॉक्टरों ने स्वास्थ्य सेवाएं ठप कर दीं.
इलाज के अभाव में बुधवार को एक महिला समेत दो लोगों की जान चली गयी. जिला प्रशासन के प्रयास से आयुष और यूनानी चिकित्सकों ने इमरजेंसी की कमान संभाली. आईएमए के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट डॉ अजय कुमार ने बताया कि डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार करना काफी निदंनीय है, जब तक इस मामले में पदाधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं होती, तब तक हड़ताल जारी रहेगी. इसको लेकर प्रधान सचिव व स्वास्थ्य विभाग के कई पदाधिकारियों से भी बातचीत की गयी है.
वहीं डीएम संजीव कुमार ने कहा कि जनहित में निर्णय लिया गया है. डॉक्टरों की अनुपस्थिति की लगातार शिकायत मिल रही थी, जिसके कारण वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हाजिरी बनाने की निर्णय लिया गया था.
इसका विरोध करते डॉक्टरों ने कुछ के बहकाने पर हड़ताल की है. जनहित में लिये गये निर्णय से पीछे नहीं हटूंगा. वैकल्पिक व्यवस्था की तैयारी की जा रही है. स्वास्थ्य सेवा चालू रहेगी. इधर डीएम द्वारा लिये गये निर्णय के समर्थन में कई संगठन के लोगों ने भी समर्थन करते हुए डॉक्टरों के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है. बुधवार की शाम कई संगठनों के लोगों ने शहर में घूम-घूम कर प्राइवेट क्लिनिकों को भी बंद कराया है.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हाजिरी बनाने को लेकर विवाद
मंगलवार को हाजिरी बनाने को लेकर भोजपुर के डीएम संजीव कुमार ने सदर अस्पताल में पदस्थापित डॉ टीए अंसारी को तलब किया था, लेकिन उन्होंने अपनी हाजिरी न तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बनायी और न ही डीएम को बुलाने पर गये.
इसके बाद डीएम ने अपने गार्डों को भेजकर डॉक्टरों को बुलवाया. इस संबंध में डॉक्टरों का आरोप है कि डीएम के गार्डों ने डॉक्टरों की जमकर पिटाई कर दी, जिससे डॉ टीए अंसारी, डॉ अरुण कुमार और नरेश प्रसाद जख्मी हो गये. डॉक्टर की पिटाई की खबर आग की तरह पूरे जिले में फैल गयी और डॉक्टरों ने तत्काल बैठक कर स्वास्थ्य सेवा ठप कर दी.
बुधवार को राज्य भर में हड़ताल पर रहे डॉक्टर
पटना : आरा में डॉक्टरों व डीएम के बीच उपजे विवाद को लेकर बुधवार को पूरे प्रदेश में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर सदर अस्पताल में ओपीडी ठप रही. सिर्फ इमरजेंसी सेवा बहाल रही. आरा, बक्सर, रोहतास, समस्तीपुर, औरंगाबाद, जहानाबाद, गोपालगंज, सीवान, छपरा, अरवल, बिहारशरीफ, शेखपुरा, हाजीपुर, बेगूसराय, कैमूर समेत लगभग पूरे प्रदेश में डॉक्टरों ने ओपीडी का बहिष्कार किया.
डॉक्टर जनता का ख्याल रखेंगे. वे भी जनसेवक हैं. जनता के परेशानी को समझेंगे. डॉक्टरों से अधिकारी बात कर रहे हैं. मामले को सुलझा लिया जायेगा. जनता को परेशान नहीं होने दिया जायेगा.
—मंगल पांडेय, स्वास्थ्य मंत्री

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