आरा : शबनम की हत्या में खुर्शीद का बड़ा भाई धराया
आरा : शहर के चर्चित दुकानदार इमरान खां की बहन शबनम तारा की हत्या के मामले में पुलिस ने 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को धर दबोचा. पांचों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी, जिसके बाद हत्या के मामले में मुख्य आरोपित खुर्शीद कुरैशी के बड़े भाई वार्ड पार्षद अलीम […]
आरा : शहर के चर्चित दुकानदार इमरान खां की बहन शबनम तारा की हत्या के मामले में पुलिस ने 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को धर दबोचा. पांचों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी, जिसके बाद हत्या के मामले में मुख्य आरोपित खुर्शीद कुरैशी के बड़े भाई वार्ड पार्षद अलीम कुरैशी, मकसूद आलम तथा गुड्डू चोर को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया. इनके पास से पुलिस ने एक कट्टा व एक कारतूस बरामद किया. इस मामले में दो अलग-अलग मामले दर्ज किये गये.
शबनम तारा की हत्या के मामले में अलीम कुरैशी को जेल भेजा गया. जबकि अपराधियों को संरक्षण देने के मामले में मकशुद आलम तथा गुड्डू चोर को जेल भेजा गया. इनके पास से हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किया गया. हालांकि दो अन्य लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया.
बता दें कि सोमवार की देर शाम 10-12 की संख्या में हथियारबंद अपराधियों ने अकील अहमद के घर में घुसकर गोली मारी थी,जिसमें उनकी बहन शबनम तारा की मौके पर ही मौत हो गयी थी. जबकि इस घटना में अकील अहमद को भी गोली लगी थी.
घटना के बाद अकील अहमद के बयान पर बहन की हत्या के मामले में खुर्शीद कुरैशी सहित नौ लोगों को नामजद किया गया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को हिरासत में ले लिया था. बुधवार को तीनों को जेल भेज दिया गया. विदित हो कि सोमवार की देर शाम शबनम तारा की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी, जिसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया था.
शबनम के पति काठमांडु में फर्नीचर की दुकान चलाते हैं. उनके आने के बाद ही शबनम को सुपुर्द- ए- खाक किया गया. इस दौरान नगर थाना पुलिस भी मौजूद थी. ऐहतियात की तौर पर दूध कटोरा स्थित अकील अहमद के घर पर पुलिस की तैनाती कर दी गयी है.
दुकान खाली कराने व रंगदारी को लेकर उपजा था विवाद : जिस मार्केट में अकील अहमद की दुकान है. उसी मार्केट में खुर्शीद कुरैशी की भी दुकान है. हालांकि मार्केट बेचनेवाले ने दोनों को मार्केट बेच दिया है. इसी को लेकर दोनों के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही थी. दोनों पक्ष अपना दावा जता रहे थे. इसको लेकर कई बार दोनों के बीच बकझक हुई थी.
छह दिसंबर को दुकान खाली कराने व 10 लाख रुपये रंगदारी की मांग को लेकर 10-12 की संख्या में हथियारबंद अपराधी मार्केट में पहुंचे और दिनदहाड़े फायरिंग की और इमरान को गोली मारकर हत्या कर दी. वहीं इस घटना में अकील अहमद तथा एक बीएसएनएल कर्मचारी फारुख को भी गोली लगी थी. इस मामले में अकील अहमद ने खुर्शीद कुरैशी सहित नौ लोग तथा चार-पांच अज्ञातों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर खुर्शीद कुरैशी के घर की कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की. वहीं इस मामले में पांच लोगों ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया. जबकि अभी भी इस मामले में चार आरोपित फरार चल रहे हैं. इधर पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही थी.
तब तक सोमवार की शाम हथियार बंद अपराधियों ने शबनम तारा को गोली मारकर हत्या कर दी. इधर 27 नंबर वार्ड के वार्ड पार्षद अलीम कुरैशी ने कहा कि मुझे न्याय पर भरोसा है.
मुझे फंसा दिया गया है. मेरा गुनाह सिर्फ इतना है कि मैं खुर्शीद कुरैशी का भाई हूं. मेरा दूर-दूर तक खुर्शीद से कोई रिश्ता नहीं है. वहीं दूसरी तरफ खुर्शीद की पत्नी पूर्व उपमुख्य पार्षद आरजू खातून ने कहा कि मेरे पति निर्दोष हैं. मुझे न्याय पर भरोसा है.
मेरे पति का बेल स्थानीय कोर्ट द्वारा खारिज किया गया है. पटना हाइकोर्ट में बेल फाइल की गयी है. बेवजह पुलिस हमारे परिवार को तंग कर रही है. विगत तीन माह के अंदर लगातार हो रही घटनाओं से अकील अहमद का परिवार दहशत में आ गया है. पूरे परिवार में दहशत का माहौल इस कदर है कि डर के मारे कोई घर से बाहर नहीं निकल रहा है.
खासकर महिलाओं की स्थिति काफी दयनीय है. घटना को लेकर अकील अहमद का परिवार टूट चुका है. लगातार दो बार अकील अहमद को गोली लगी है. हालांकि उन्होंने बताया कि तीन माह पहले मेरे छोटे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गयी लेकिन मेरे पार्टी का कोई भी वरीय नेता हमारे परिवार से हाल-चाल पूछने तक नहीं आया. जबकि अकील अहमद राजद के प्रदेश कार्यकारिणी में सक्रीय सदस्य हैं.