आरा : प्रदेश सरकार द्वारा लोगों को यातायात में हो रही कठिनाई को देखते हुए लगभग डेढ़ वर्ष पहले गड़हनी- अगिआंव पथ पर अगिआंव के पास आरा-डेहरी मेन केनाल पर पुल बनाने की अनुमति दी गयी थी ताकि लोगों को सुविधा हो सके पर विभाग की सुस्ती व लापरवाह कार्यप्रणाली के कारण पुल निर्माण की प्रक्रिया इतनी धीमी है कि यह कब बनकर तैयार होगा, कहा नहीं जा सकता है.
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पुल निर्माण की धीमी गति से परेशानी
आरा : प्रदेश सरकार द्वारा लोगों को यातायात में हो रही कठिनाई को देखते हुए लगभग डेढ़ वर्ष पहले गड़हनी- अगिआंव पथ पर अगिआंव के पास आरा-डेहरी मेन केनाल पर पुल बनाने की अनुमति दी गयी थी ताकि लोगों को सुविधा हो सके पर विभाग की सुस्ती व लापरवाह कार्यप्रणाली के कारण पुल निर्माण की […]
जबकि लक्ष्य महज एक साल में ही पूरा करने का समय निर्धारित किया गया था. वहीं डायवर्सन की स्थिति भी ठीक नहीं है. कई बार डायवर्सन पर भी नहर का पानी भर जाता है व डायवर्सन खराब हो जाता है. इस कारण यातायात पूरी तरह से बाधित हो जाता है.
21 मीटर लंबा बनाया जाना है आरसीसी पुल : गड़हनी-अगिआंव पथ पर आरा-डेहरी मेन कनाल पर 21 मीटर लंबा आरसीसी पुल बनाये जाने की मंजूरी सरकार द्वारा दी गयी है ताकि वाहनचालकों व लोगों को सुविधा हो सके.
पुल ध्वस्त होने के बाद से ही डायवर्सन बना कर चलाया जा रहा काम : आरा-डेहरी मेन केनाल पर बने सैकड़ों वर्ष पुराने पुल की जर्जर स्थिति में पहुंच कर टूट जाने के कारण पुल को बंद कर दिया गया था. इसके बाद डायवर्सन बनाकर किसी तरह काम चलाया जा रहा है.
डायवर्सन पर वाहनों के लिए लोड की क्षमता पथ निर्माण विभाग द्वारा निर्धारित की गयी है, ताकि किसी तरह की दुर्घटना नहीं हो सके. इसके बाद भी विभाग के आदेश की अवहेलना कर बड़े वाहनों को चलाया जा रहा है. वहीं ओवरलोडेड ट्रक भी चलाये जा रहे हैं. इस कारण डायवर्सन बार-बार क्षतिग्रस्त हो जाता है. इससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है.
दो प्रखंड मुख्यालयों को जोड़ता है पुल : पुल के महत्व को इसी से समझा जा सकता है कि यह दो प्रखंडों के मुख्यालयों को जोड़ता है. वहीं इससे प्रतिदिन हजारों गाड़ियां गुजरती हैं. वर्ष 1875 में आरा-डेहरी मेन केनाल के निर्माण के समय ही पुल का निर्माण किया गया था. वहीं अगिआंव, सहार, नासरीगंज तथा अरवल सहित कई क्षेत्रों की गाड़ियां इस रास्ते से गुजरती हैं, पर इतने महत्वपूर्ण पुल के निर्माण में लापरवाही की जा रही है.
325 लाख की राशि से बनाया जाना है पुल : पुल के निर्माण के लिए विभाग ने 324.25 लाख की राशि की स्वीकृति दी है, ताकि आरसीसी पुल को मजबूती के साथ तैयार किया जा सके और लोगों की सुविधा के लिए इसे चालू किया जा सके, पर निर्माण की प्रक्रिया इतनी धीमी है की समय सीमा बीतने के बाद भी अभी तक निर्माण में कोई खास प्रगति नहीं हुई है. इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
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