समय पर नहीं खुलता है डाकघर, लोग परेशान

आरा : वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में कार्यरत डाकघर की पकड़ी शाखा की कार्यप्रणाली से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. कब डाकघर खुलेगा और कब बंद होगा ,यह निश्चित नहीं होता है. वहीं कभी पासवर्ड के नाम पर तो कभी सिस्टम खराब होने के नाम पर काम नहीं किया जाता है. अपने काम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2019 2:56 AM
आरा : वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में कार्यरत डाकघर की पकड़ी शाखा की कार्यप्रणाली से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. कब डाकघर खुलेगा और कब बंद होगा ,यह निश्चित नहीं होता है.
वहीं कभी पासवर्ड के नाम पर तो कभी सिस्टम खराब होने के नाम पर काम नहीं किया जाता है. अपने काम को लेकर डाकघर पहुंचे लोगों को निराशा ही हाथ लगती है. इस कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
सुबह 10 बजे डाकघर खुलने का है नियम : केंद्र सरकार के निर्देशानुसार डाकघर के खुलने का समय सुबह 10 बजे होता है. पर अमूमन यह डाकघर 11 बजे के पहले नहीं खुलता है.
लोगों को अपने कार्य के लिए डाकघर की खिड़की के बाहर घंटों इंतजार करना पड़ता है. यहां पटना हाइ कोर्ट की टिप्पणी 11 बजे तक लेट नहीं 3 बजे के बाद भेद नहीं पूरी तरह से सटीक लगती है. इस पर डाकघर के उच्चाधिकारियों द्वारा भी कोई कार्यवाही नहीं की जाती है.
काम नहीं होने से विभाग को भी लगता है राजस्व का चूना : पकड़ी शाखा डाकघर में रजिस्ट्री व स्पीड पोस्ट सहित अन्य कार्य नहीं होने से एक तरफ जहां उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
वहीं दूसरी तरफ विभाग को भी काफी राजस्व का चूना लगता है.लोगों को कई जगह आवश्यक कार्य को लेकर निबंधित पत्र भेजना होता है .कई लोग स्पीड पोस्ट से अपने जरूरी पत्र को भेजते हैं, जिससे उनके कई महत्वपूर्ण कार्य की पूर्ति होती है.
पर डाकघर के कर्मियों की लापरवाही के कारण रजिस्ट्री व स्पीड पोस्ट क्या कार्य नहीं हो पाता है. इसके साथ अन्य कई काल भी नहीं हो पाते हैं. कर्मी दीपक कुमार ने बताया कि मैं आज ही आया हूं. मुझे पासवर्ड नहीं दिया गया है. इस कारण काम नहीं होगा. बुधवार को भी कार्य नहीं होगा.
इसी से डाकघर के कार्यप्रणाली का अंदाजा लगाया जा सकता है. कर्मी की पदस्थापना की जाती है .पर सिस्टम को संचालित करने के लिए पासवर्ड नहीं दिया जाता है. इससे कार्य कैसे होगा, यह उच्च अधिकारी ही बता सकते हैं .बहरहाल कर्मियों व अधिकारियों की लापरवाही के कारण उपभोक्ता तो परेशान ही हैं .विभाग भी राजस्व से वंचित हो रहा है.

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