कश्मीर के मुद्दे पर लिये गये निर्णय का स्वागत

राघोपुर : भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 एवं 35 ए को खत्म किए जाने पर सीमा जागरण मंच के प्रदेश महामंत्री घनश्याम प्रसाद ने इसे सरकार का एक सराहनीय एवं ऐतिहासिक कदम बताते हुए इसकी सराहना की.उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के कारण ही भारतीय इतिहास के सत्तर सालों में पाकिस्तान और भारत के बीच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 8, 2019 6:37 AM

राघोपुर : भारत सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 एवं 35 ए को खत्म किए जाने पर सीमा जागरण मंच के प्रदेश महामंत्री घनश्याम प्रसाद ने इसे सरकार का एक सराहनीय एवं ऐतिहासिक कदम बताते हुए इसकी सराहना की.उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 के कारण ही भारतीय इतिहास के सत्तर सालों में पाकिस्तान और भारत के बीच लगातार तनावपूर्ण संघर्ष रहा है. कहा कि इसी का कारण है कि आज सीमा पार से भारत विरोधी विध्वंसक गतिविधि चलाई जा रही है, करोड़ो घुसपैठियों का जनसंख्यात्मक आक्रमण हो रहा है.

कहा कि राजनेताओं का वोट लालच एवं खुशामद नीति तथा 1950 के नेहरू लियाकत संधि के कारण ही एक देश मे दो विधान, दो निशान तथा दो प्रधान की स्थापना हो सकी. कहा कि 23 जून 1953 को अब्दुल्ला बंदी गृह में हुए डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का प्राणान्त बलिदान का कारण जम्मू कश्मीर का धारा 370 तथा 35 ए ही था. जिसे हटाने की भारत सरकार की घोषणा से एक नए भारत का उदय हुआ है.
उन्होंने इस फैसले को चिर स्मरणीय ऐतिहासिक घटना बताते हुए वर्तमान भारत सरकार को साधुवाद दिया है तथा उन्होंने कहा कि ऐसे कठिन फैसले इतनी सरलता से लेने वाले मां भारती के सपूतों को नमन है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि धारा 370 एवं 35 ए के समाप्ति से जहां पूरा देश एक सूत्र में बंध जाएगा. वहीं कश्मीर के विकास में भी यह काफी लाभदायक साबित होगा.

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