13 से राजकीय कल्पवास मेले की शुरुआत
बीहट : 13 अक्तूबर से राजकीय कल्पवास मेला का शुभारंभ सिमरिया गंगा तट पर होने जा रहा है. इस वर्ष भी कल्पवास मेले में आस-पास के जिलों, मिथिलांचल क्षेत्र, नेपाल,भूटान, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों से भारी संख्या में कल्पवासी सिमरिया घाट पहुंच कर सवा महीना तक गंगा स्नान करेंगे एवं गंगा की धवल धार […]
बीहट : 13 अक्तूबर से राजकीय कल्पवास मेला का शुभारंभ सिमरिया गंगा तट पर होने जा रहा है. इस वर्ष भी कल्पवास मेले में आस-पास के जिलों, मिथिलांचल क्षेत्र, नेपाल,भूटान, उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों से भारी संख्या में कल्पवासी सिमरिया घाट पहुंच कर सवा महीना तक गंगा स्नान करेंगे एवं गंगा की धवल धार में दीप दान,तुलसी चौरा में दीया दिखाने की दिनचर्या में निमग्न हो जायेंगे.
वहीं जिलाधिकारी के निर्देश के आलोक में बुधवार को बरौनी सीओ कल्पवास मेले की तैयारी के मद्देनजर सिमरिया घाट पहुंचे. उन्होंने बताया कि गंगा का पानी कल्पवास क्षेत्र से उतर चुका है. कहीं-कहीं कुछ जगहों पर गड्ढे में जलजमाव की स्थिति है.लेकिन उन्होंने मेला शुरू होने से पहले सब कुछ ठीक-ठाक कर लेने का भरोसा जताया.
उन्होंने बताया कि आज से अमीन सुरेंद्र प्रसाद सिंहा की देखरेख में कल्पवास मेला क्षेत्र में सेक्टर बांटने तथा साफ-सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है.आने वाले कुछ दिनों के भीतर कल्पवास मेला क्षेत्र की भूमि को समतल तथा स्नान घाटों को सुगम बनाने की दिशा में हमारे कदम आगे बढ़ेंगे.सीओ ने कहा कि संसाधनों को देखते हुए कल्पवासियों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जायेगी.
विदित हो कि लगभग एक सप्ताह पूर्व ही जिला पदाधिकारी कल्पवास मेला की तैयारी को लेकर उच्चस्तरीय बैठक कर अधिकारियों को मेला क्षेत्र में साफ-सफाई, घाटों के रास्तों का समतलीकरण,घाटों की बैरिकेडिंग, स्थायी व अस्थायी शौचालयों को दुरुस्त कराने, सीढ़ी के पास अतिक्रमण हटाने, बिजली, स्वास्थ्य, सूचना केंद्र को दुरुस्त करने, गोताखोर,सिविल डिफेंस,सुरक्षा सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं को व्यवस्थित करने का निर्देश दे दिया है.हालांकि उस वक्त मेला क्षेत्र और उसके आसपास करीब तीन फुट पानी था.
लेकिन फिलवक्त गंगा का पानी मेला क्षेत्र से उतर चुका है.लेकिन दलदल और कीचड़ की वजह से कार्यों में तेजी लाने में बाधा हो रही है. जो निश्चित रूप से जिला प्रशासन के लिए चिंता का विषय है.क्योंकि दुर्गापूजा के बाद साधु-संतों और कल्पवासियों का आना शुरू हो जायेगा.ऐसे में जिला प्रशासन को तेजी से काम निबटाने की जरूरत है अन्यथा समय कम है और काम ज्यादा.
सर्वमंगला आश्रम द्वारा परिक्रमा सहित अन्य कार्यक्रमों की तिथि घोषित :कार्तिक मास कल्पवास के पावन अवसर पर सर्वमंगला अध्यात्म योग विद्यापीठ सिद्धाश्रम शिविर के द्वारा संत शिरोमणि चिदात्मनजी महाराज के सान्निध्य में राष्ट्रहित,जनहित,समाजहित, संस्कृति एवं धर्म हित में होने वाले याज्ञकि अनुष्ठान एवं तीन परिक्रमा सहित अन्य कार्यक्रमों की तिथियां घोषित कर दी गयी है.
मेले के दौरान आयोिजत हाेने वाले कार्यक्रम
13 अक्तूबर 2019(रविवार)-शरद पूर्णिमा,
आदि कवि वाल्मीकि जयंती
14 अक्तूबर(सोमवार)- ध्वजारोहण एवं ज्ञानमंच
का उद्घाटन
21 अक्तूबर(सोमवार)- शिवार्चन पार्थिव पूजन आरंभ
24 अक्तूबर(गुरूवार)- रम्भा एकादशी व्रत एवं कल्पवास क्षेत्र की पहली परिक्र मा
28 अक्तूबर(सोमवार)-सोमवती अमावस्या,
गोवर्धन पूजा अन्नकूट.
29 अक्तूबर(मंगलवार)-महाकवि कालिदास जयंती
05 नवंबर(मंगलवार)-कल्पवास क्षेत्र की दूसरी परिक्रमा
08 नवंबर(शुक्रवार)-देवोत्थान एकादशी
10 नवंबर(रविवार)- कल्पवास क्षेत्र की तृतीय परिक्रमा एवं विद्यापति स्मृति दिवस
13 नवंबर(बुधवार)-राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर स्मृति दिवस एवं त्रिदिवसीय संगोष्ठी(वर्तमान परिवेश में वेद का महत्व)
17 नवंबर(रविवार)- देव्युत्थापन एवं कल्पवास मेले की समाप्ति