कुव्यवस्था के कारण आरा सदर अस्पताल बीमार, इलाज की है सख्त जरूरत

आरा : आरा सदर अस्पताल अब खुद ही बीमार हो गया है. उसे भी इलाज की आवश्यकता है. कुव्यवस्था का आलम यह है कि इमरजेंसी के बाहर लाखों रुपये की मशीन बर्बाद हो रही है. उसमें जंग लग गयी है. उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. लगभग एक साल से इमरजेंसी के बाहर ऑपरेशन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2019 1:08 AM

आरा : आरा सदर अस्पताल अब खुद ही बीमार हो गया है. उसे भी इलाज की आवश्यकता है. कुव्यवस्था का आलम यह है कि इमरजेंसी के बाहर लाखों रुपये की मशीन बर्बाद हो रही है. उसमें जंग लग गयी है. उसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. लगभग एक साल से इमरजेंसी के बाहर ऑपरेशन थिएटर का टेबल बाहर फेंका हुआ है. अस्पताल प्रशासन मौन धारण किये हुए है.

यही नहीं खरीदे गये स्ट्रेचर व बेड भी बाहर फेंके हुए हैं, जबकि अस्पताल का नया बेड तथा कई उपकरणों की खरीदारी को लेकर लगातार कोटेशन दिये जा रहे हैं. सरकार द्वारा अस्पताल के सौंदर्यीकरण और सुदृढ़ बनाने को लेकर करोड़ों रुपये खर्च किये जा रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है.

सरकारी योजनाओं का लाभ आम आदमियों तक नहीं पहुंच रही है. आये दिन सदर अस्पताल में स्ट्रेचर और कुव्यवस्था को लेकर हंगामा होता है. लेकिन, वहां पर तैनात अस्पतालकर्मी तथा अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण लाखों रुपये की मशीन खराब हो रही है. और-तो-और इमरजेंसी के ऑपरेशन थिएटर में पर्याप्त लाइट की व्यवस्था भी नहीं है, जिसके कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ ललितेश्वर प्रसाद झा ने बताया कि अस्पताल की देखरेख अधीक्षक के जिम्मे है. ऐसे में मामला संज्ञान में आते ही कार्रवाई की जायेगी. लापरवाह कर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी.

इमरजेंसी के बाहर एक साल से फेंका हुआ है ओटी टेबल व स्ट्रेचर
अस्पताल की कुव्यवस्था को लेकर आये दिन होता रहा है हंगामा
उपस्वास्थ्य केंद्र के नियमित नहीं खुलने से नाराज ग्रामीणों का हंगामा
अंधारी में उपस्वास्थ्य केंद्र का संचालन समयानुसार नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है. इसको लेकर रविवार को छात्र नेता वकील टाइगर के नेतृत्व में ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया.वकील टाइगर ने बताया कि अंधारी उपस्वास्थ्य केंद्र पर दो एएनएम की नियुक्ति है, लेकिन मनमानी के कारण उपस्वास्थ्य केंद्र महीनों बंद रहता है. उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए हर पंचायत में उपस्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था की गयी है, लेकिन कर्मियों की लापरवाही के कारण इसका लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा है.
उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी से अविलंब उचित कदम उठाने की मांग की है. इस संबंध में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी हरिश्चंद्र चौधरी ने बताया कि कर्मियों के नहीं रहने की शिकायत अभी तक प्राप्त नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने को लेकर हमेशा निरीक्षण किया जाता है. बावजूद मामले की जांच करायी जायेगी और दोषी पाये जाने पर उचित कार्रवाई की जायेगी.

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