आरा: आइंस्टीन के सापेक्ष सिद्धांत को चुनौती देने वाले देश और दुनिया के महान गणितज्ञ स्व. डॉ वशिष्ठ नारायण सिंह का मामला मंगलवार को राज्यसभा में गूंजा. बिहार से भाजपा के राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने शून्यकाल के दौरान गणितज्ञ डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह का मामला उठाया. उन्होंने राज्यसभा में मामले को उठाते हुए पटना यूनिवर्सिटी का नामकरण डॉ वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर करने की मांग रखी. सांसद आरके सिन्हा ने न सिर्फ पटना यूनिवर्सिटी का नामकरण दिवंगत गणितज्ञ डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर करने की मांग की, बल्कि उन्हें पद्मश्री के सम्मान से भी सम्मानित करने की मांग उठाई. उनकी मांग का कई सदस्यों ने समर्थन भी किया और सदन ने भी उन्हें इस मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया है.
भोजपुर जिले के आरा प्रखंड स्थित बसंतपुर गांव की मिट्टी में पले-बढ़े डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह नासा के वैज्ञानिकों को भी गणितीय गणना को लेकर आश्चर्य में डाल दिया था. पटना यूनिवर्सिटी ने तो उनके लिए नियमों में बदलाव भी किया था. विदित हो कि राज्य सभा सांसद आरके सिन्हा भोजपुर जिले के कोइलवर प्रखंड स्थित बहियारा गांव के निवासी हैं और गणितज्ञ डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह से उनके गहरे रिश्ते थे. उन्होंने दिवंगत गणितज्ञ डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह का मामला जब राज्यसभा में उठाया, तो सदन में मौजूद राज्यसभा के सांसदों ने समर्थन किया और सदन गंभीर हो उठा.
इस बात की जानकारी देते हुए राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा के सांसद प्रतिनिधि डॉ सुरेंद्र सागर ने बताया कि सांसद श्री सिन्हा ने पटना यूनिवर्सिटी का नामकरण, पद्मश्री सम्मान के साथ ही राज्य सरकार से जिले के कोइलवर में सोन नदी पर नवनिर्माणाधीन पुल का नामकरण भी गणितज्ञ डॉ. वशिष्ठ नारायण सिंह के नाम पर करने की मांग की है.