नूतन कैंपस में 300 करोड़ से बनेगा हाइटेक भवन
आरा : वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के नूतन कैंपस का कायाकल्प होगा. इसको लेकर विवि प्रशासन द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं. विदित हो कि पिछले दिनों राजभवन में विवि के अधिकारियों की इस मसले पर बैठक हुई थी. इसमें नये परिसर में निर्माण कार्य शुरू कराने को लेकर कई बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया […]
आरा : वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के नूतन कैंपस का कायाकल्प होगा. इसको लेकर विवि प्रशासन द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गयी हैं. विदित हो कि पिछले दिनों राजभवन में विवि के अधिकारियों की इस मसले पर बैठक हुई थी. इसमें नये परिसर में निर्माण कार्य शुरू कराने को लेकर कई बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया था. इस अवसर पर मास्टर प्लान के अनुरूप प्रशासनिक भवन, एकेडमिक भवन, स्टाफ भवन, पीजी बिल्डिंग, खेल मैदान आदि पर मंथन किया गया था.
हालांकि पहले चरण में प्रशासनिक भवन का ही निर्माण होगा. इसके लिए राशि स्वीकृत हो गयी है. साथ ही निर्माण एजेंसी का भी चयन कर लिया गया है. प्रशासनिक भवन के निर्माण के लिए 11 करोड़ 76 लाख 50 हजार रुपये आवंटित किया गया है. कुलसचिव कर्नल श्यामानंद झा ने बताया कि इसका टेक्निकल बीड हो गया है.
अगले वर्ष जनवरी माह में वित्तीय बीड़ निकाला जायेगा. इसके बाद फरवरी माह से निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा. बिहार स्टेट एजुकेशन इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट काउंसिल (बीएसइआइडीसी) पटना को निर्माण की जिम्मेदारी भी सौंपी गयी है. विवि की यह कोशिश है कि अगले वर्ष में कम-से-कम प्रशासनिक भवन नूतन परिसर में अवश्य शिफ्ट करा दिया जाये.
मालूम हो कि नूतन कैंपस में प्रशासनिक भवन, गेस्ट हाउस, एकेडमिक भवन, अधिकारी, शिक्षक व कर्मी के आवास सहित अन्य भवनों के निर्माण के लिए लगभग तीन सौ करोड़ का प्रस्ताव बना कर विवि द्वारा भेजा गया है. इसमें सरकार द्वारा प्रथम चरण की राशि स्वीकृत की गयी है.
अधिकारियों का होगा हाइटेक चेंबर : विवि कैंपस में विवि के पदाधिकारियों के लिए हाइटेक चेंबर होगा. जो नूतन परिसर में आकर्षक ढंग से बनाये जाने की तैयारी शुरू होनेवाली है.
विवि प्रशासन से जुड़े कुलपति, प्रतिकुलपति, कुलसचिव,डीन, प्रोक्टर, वित्त पदाधिकारी, वित्तीय परामर्शी, पेंशन पदाधिकारी , परीक्षा नियंत्रक, कॉलेज इंस्पेक्टर सहित सभी पदाधिकारियों के लिए अलग- अलग हाइटेक चेंबर उपलब्ध होगा. प्रशासनिक भवन के लिए जो नक्शा तैयार हुआ है, उससे निर्माण कार्य पूरा होने के बाद विवि का स्वरूप अलग नजर आयेगा. जिस पर विवि प्रशासन द्वारा कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.