खेतों की हालत देख किसानों का फट रहा कलेजा
आरा : भोजपुर जिले में कम वर्षा होने के कारण सिंचाई संकट उत्पन्न हो गया है. इस कारण जिला सूखे की चपेट में है. फिर भी जिले की नहरों और नलकूपों की बइंतजामी के कारण नहरों एवं खेतों में सावन माह बीतने के बाद भी धूल उड़ रही है.
नहरों की नियमित सफाई नहीं कराये जाने के कारण नहरों की स्थिति बदहाल हो गयी है. विभाग सिर्फ नहरों के टूटने पर मरम्मत कर नहरों में पानी पहुंचाये जाने का प्रयास करता है, जिस कारण सिचाई व्यवस्था पर ग्रहण लग गया है.
जिले में मुख्य रूप से तीन नहरें और 48 वितरणी नहरें हैं, फिर भी लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. यहां की नहरों में वैसे तो 25 जून तक पानी छोड़ा जाता है. लेकिन इस बार मौसम की बेरूखी के कारण नहर में पानी 25 जून तक नहीं पहुंच पाया है. वहीं, कम वर्षा होने के कारण नहरों में पानी कम मात्र में प्रवाहित हुआ है. इससे किसानों को भारी आर्थिक क्षति होने का डर सता रहा है.
जिले के कई प्रखंडों में बारिश इतनी कम मात्र में हुई है कि वहां के किसान अब रोपनी की आखिरी आस भी छोड़ चुके हैं. हालांकि कुछ किसानों ने पंपसेट से अपने खेतों की सिंचाई की है, जिससे वह अपनी फसलों को बचाने की कोशिश में लगे हुए हैं. लेकिन उनकी फसलों की लागत मूल्य बढ़ गयी है.