दो कनीय अभियंता बरखास्त
* छह तकनीकी पर्यवेक्षकों को निलंबित करने का निर्णय* सर्वशिक्षा अभियान के सिविल वर्क की हुई समीक्षा* कार्यपालक अभियंता को निर्माणाधीन भवन निर्माण की स्थलीय जांच का मिला टास्कआरा : स्कूली बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने में अब वर्ग कक्षा की कमी आड़े हाथ नहीं आयेगी. जिले के 400 विद्यालयों के निर्माणाधीन 943 […]
* छह तकनीकी पर्यवेक्षकों को निलंबित करने का निर्णय
* सर्वशिक्षा अभियान के सिविल वर्क की हुई समीक्षा
* कार्यपालक अभियंता को निर्माणाधीन भवन निर्माण की स्थलीय जांच का मिला टास्क
आरा : स्कूली बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने में अब वर्ग कक्षा की कमी आड़े हाथ नहीं आयेगी. जिले के 400 विद्यालयों के निर्माणाधीन 943 वर्ग कक्षा का कार्य एक माह के अंदर पूरा होगा.
विद्यालयों के निर्माणाधीन वर्ग कक्षा का कार्य का 15 दिनों के भीतर कार्यपालक अभियंता विद्यालय वार स्तरीय निरीक्षण कर अद्यतन प्रगति प्रतिवेदन को सौंपेंगे. ये बातें जिलाधिकारी पंकज कुमार पाल ने एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहीं.
डीएम ने कहा कि आज सर्वशिक्षा अभियान के सिविल वर्क की समीक्षात्मक बैठक के दौरान निर्माणाधीन विद्यालय के भवन निर्माण कार्य की समीक्षा की गयी. इस दौरान भवन निर्माण कार्य के प्रति लापरवाही बरते जाने को लेकर बड़हरा और शाहपुर प्रखंड के कनीय अभियंता को बरखास्त करने का निर्णय लिया गया है. भवन निर्माण कार्य का ठीक ढंग से पर्यवेक्षण नहीं करने को लेकर 6 तकनीकी पर्यवेक्षकों को निलंबित करने का भी फैसला लिया गया है.
* उदासीनता पर फटकार
सर्वशिक्षा अभियान से जुड़े अभियंताओं की उदासीनता के कारण वित्तीय वर्ष 2009-10 के सिविल वर्क के करीब 83 करोड़ रुपये की राशि अब तक समायोजन नहीं होने को लेकर सर्वशिक्षा अभियान के डीपीओ और अभियंताओं को फटकार लगायी.
* भवन का फोटोग्राफ भी सौंपें
डीएम ने कहा कि कार्यपालक अभियंता जिला नोडल शिक्षा पदाधिकारी इश्तेयाक अजमल के साथ विद्यालय वार निरीक्षण के क्रम में निर्माणाधीन भवन के साथ क्रियान्वयन एजेंसी का फोटो ग्राफ भी संग्रहित कर प्रगति प्रतिवेदन के साथ सौंपेगे. यह भी जांच करेंगे की किनकी लापरवाही के कारण अब तक भवन निर्माण का कार्य पूरा नहीं हो पाया है.
* बताएं दोषी कौन
निर्माण सामग्री के मूल्य में हुई वृद्धि के लिए आखिरकार कौन दोषी है. डीएम ने जांच रिपोर्ट में इन सब बातों का भी उल्लेख करने का निर्देश दिया है ताकि समीक्षोपरांत दायित्व निर्धारण किया जा सके. इस अवसर पर उपविकास आयुक्त सुरेश कुमार श्र्मा, जिला शिक्षा पदाधिकारी रघुवंश कुमार, ओएसडी लाल ज्योतिनाथ शाहदेव, इश्तेयाक अजमल तथा निदेशक डीआरडीए पारसनाथ सिंह आदि उपस्थित थे.