पीएचसी में हंगामा

* ऑक्सीजन के अभाव में बच्चे की मौत पीरो : मुख्यालय स्थित पीएचसी परिसर में शुक्रवार की सुबह एक नवजात बच्चे की मौत हो गयी. इससे परिजन आक्रोश हो गये और खूब हंगामा किया. इस दौरान परिजनों और चिकित्सकों के बीच काफी नोक–झोंक हुई़ हंगामे के कारण अस्पताल परिसर में काफी देर तक अफरातफरी की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2013 1:35 AM

* ऑक्सीजन के अभाव में बच्चे की मौत

पीरो : मुख्यालय स्थित पीएचसी परिसर में शुक्रवार की सुबह एक नवजात बच्चे की मौत हो गयी. इससे परिजन आक्रोश हो गये और खूब हंगामा किया. इस दौरान परिजनों और चिकित्सकों के बीच काफी नोकझोंक हुई़ हंगामे के कारण अस्पताल परिसर में काफी देर तक अफरातफरी की स्थिति बनी रही.

नवजात के परिजनों ने ड्यूटी में तैनात चिकित्सक और नर्सो पर लापरवाही और मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि समय पर ऑक्सीजन नहीं दिये जाने के कारण उनके बच्चे की मौत हो गयी.

स्थानीय लोगों सामाजिक कार्यकर्ताओं के काफी समझाने के बाद आक्रोशित परिजन शांत हुए़ हालांकि उन्होंने इसकी लिखित शिकायत सिविल सजर्न और स्वास्थ्य मंत्री से करने की बात कही. मृतक पिता पचरूखिया निवासी दरभंगा में इएमटी के पद पर कार्यरत संजय कुमार के अनुसार शुक्रवार की अहले सुबह करीब 3 बजे वे अपनी पत्नी गुड़िया देवी को प्रसव के लिए स्थानीय पीएचसी लेकर आय़े उस समय ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ अखिलेश कुमार नर्स श्रद्घा कुमारी की देखरेख में करीब 6 बजे सुबह उनकी पत्नी का प्रसव हुआ़ इस दौरान डॉक्टर द्वारा लिख कर दिये गये 280 रुपये की दवा बाहर से लाने की बात भी पीड़ित ने कही है.

उनके अनुसार प्रसव के बाद नवजात बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सक ने बच्चे को ऑक्सीजन चढ़ाने की बात कही. लेकिन ऑक्सीजन का सिलिंडर लाने में चिकित्सक और नर्स द्वारा कोई रुचि नहीं दिखाई गयी. संजय कुमार के अनुसार वे स्वयं लगभग आधे घंटे तक अपने बच्चे को ऑक्सीजन चढ़ाने की गुहार लगाते रहे, लेकिन इसकी व्यवस्था नहीं होने के कारण उनके बच्चे की मौत हो गयी.

बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सक ने रेफर करने की जरूरत भी नहीं समझी. इस दौरान अस्पताल परिसर में मौजूद कई अन्य मरीजों और उनके परिजनों ने अस्पताल में बदतर व्यवस्था चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाया.

इस मामले में चिकित्सक अखिलेश कुमार ने कहा कि प्रसव के लिए महिला को भरती कराने के बाद से ही संजय कुमार द्वारा चिकित्सकीय कार्यो में हस्तक्षेप किया जा रहा था. दूसरी ओर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल में मौजूद ऑक्सीजन सिलिंडर का पाइप पिछले तीन महीने से फटा हुआ है. ऐसे में मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध करा पाना संभव भी प्रतीत नहीं होता है.

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