एसएफसी के क्रय केंद्रों पर धान की खरीद नहीं हुई शुरू
आरा : भोजपुर जिले में नमी काबहाना बना कर धान की खरीद क्रय केंद्र प्रभारियों द्वारा नहीं की जा रही है. इसके कारण किसानों को औने -पौने दामों पर साहुकारों के हाथों धान बचने पर विवश होना पड़ रहा है. जिले में कार्यरत एसएफसी 18 क्रय केंद्रों पर अब तक धान की खरीद नहीं हो […]
आरा : भोजपुर जिले में नमी काबहाना बना कर धान की खरीद क्रय केंद्र प्रभारियों द्वारा नहीं की जा रही है. इसके कारण किसानों को औने -पौने दामों पर साहुकारों के हाथों धान बचने पर विवश होना पड़ रहा है. जिले में कार्यरत एसएफसी 18 क्रय केंद्रों पर अब तक धान की खरीद नहीं हो पायी है. इसके कारण सरकार द्वारा निर्धारित धान खरीद का 1 लाख 11 हजार मीटरिक टन धान का लक्ष्य प्राप्त करना मुश्किल हो गया है.
जिला प्रशासन ने एक दिसंबर से धान खरीद को लेकर 142 पैक्स को चिह्न्ति किया था. वहीं, 14 प्रखंडों में 18 क्रय केंद्र और पहली बार 14 व्यापार मंडलों को धान खरीद के लिए अधिकृत किया था.
किस एजेंसी को कितनी है धान की खरीद करनी : जिले में सरकार से 1 लाख 11 हजार मीटरिक टन धान खरीद का लक्ष्य प्राप्त हुआ है. इसमें करीब 88 हजार 800 मीटरिक टन पैक्स और व्यापार मंडल को खरीद करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जबकि एसएफसी को 22 हजार 200 मीटरिक टन धान खरीद का लक्ष्य दिया गया है. पैक्स और एसएफसी क्रय केंद्रों पर किसानों के धान देने के पूर्व भूमि स्वामित्व प्रमाणपत्र और अद्यतन मालगुजारी रसीद की मांग किये जाने के कारण किसानों को काफी परेशानी हो रही है. वहीं दूसरी तरफ सरकार द्वारा 300 रुपये प्रति बोनस दिये जाने से संबंधित अब तक पत्र नहीं भेजे जाने के कारण भी किसानों के बीच ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है.
धान खरीद के लिए किस एजेंसी के कितने होंगे केंद्र : जिले की 142 पैक्स को धान खरीद के लिए अधिकृत किया गया है. वहीं, एसएफसी द्वारा 18 धान क्रय केंद्र खोले गये हैं, जबकि 14 व्यापार मंडलों को पहली बार धान खरीद से जोड़ा गया है. जिला सहकारिता पदाधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि जिले में पैक्स द्वारा करीब 145 मीटरिक टन धान की खरीद की गयी है. उन्होंने कहा कि दो और चार पैक्स पर धान में नमी मापनेवाला यंत्र उपलब्ध कराया गया है. इसके माध्यम से धान में नमी मापी जाती है.