गांवों का विकास जरूरी
* 2017 तक 2 करोड़ लोगों को मिलेगा रोजगार : मंत्री* पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री ने संवाददाताओं को किया संबोधित* विकास पर नहीं हो राजनीति* प्रधानमंत्री पद के लिए कोई घमसान नहीं : गिरिराज सिंहआरा/ कोईलवर : गांव की आर्थिक स्थिति जब तक नहीं सुधरेगी, तब तक बिहार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ नहीं होगी. […]
* 2017 तक 2 करोड़ लोगों को मिलेगा रोजगार : मंत्री
* पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री ने संवाददाताओं को किया संबोधित
* विकास पर नहीं हो राजनीति
* प्रधानमंत्री पद के लिए कोई घमसान नहीं : गिरिराज सिंह
आरा/ कोईलवर : गांव की आर्थिक स्थिति जब तक नहीं सुधरेगी, तब तक बिहार की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ नहीं होगी. इसलिए हम सभी राजनीतिक कार्यकर्ताओं का कर्तव्य बनता है कि चुनाव के पूर्व भी गांवों में जायें और किसानों की समस्याओं को सुने.
ये बातें पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री गिरिराज सिंह ने संदेश विधानसभा क्षेत्र के खनगांव गांव में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद स्थानीय आइबी में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहीं. उन्होंने कहा कि एनडीए टू में विकास का मॉडल बना और यह मॉडल कृषि आधारित पशुधन था.
वर्तमान में मैं जिस विभाग में मंत्री हूं, उसमें 2005 के पहले योजना का आकार पांच करोड़ था. लेकिन 2013 में यह नौ सौ करोड़ का है. हमारा उद्देश्य 2017 तक लगभग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर दो करोड़ लोगों को रोजगार देना है. इसके तहत गाय, भैंस, मुरगी, बकरी एवं मछलीपालन के लिए 50 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा.
उन्होंने कहा कि बिहार में कुछ बैंकों का रवैया नकारात्मक है. इसका परिणाम होता है कि जो लाभ हम किसानों तक पहुंचाना चाहते हैं, वह उन्हें नहीं मिल पाता. आज देश का सीडी रेसियो 77 प्रतिशत है, जबकि बिहार का 32 प्रतिशत. जब बिहार का सीडी रेसियो 77 प्रतिशत हो जायेगा तब बिहार में जीडीपी की बढ़ोतरी स्वत: हो जायेगी.
उन्होंने कहा कि 2013 को हरा चारा वर्ष में स्थापित किया गया है. शून्य मूल्य पर अंडा उत्पादन एवं दूध उत्पादन हो, यही हमारा लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि विशेष राज्य के दर्जे को लेकर केंद्र राजनीति कर रहा है. 12 हजार करोड़ रुपये सहायता की बात करना बिहार के लोगों की आंखों में धूल झोंकना है. अगर एनडीए की सरकार केंद्र में बनती है, तो बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलेगा.
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए मंत्री ने कहा कि बिहार के विकास पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. कांग्रेस की उलटी गिनती शुरू हो गयी है. आइसीयू में सरकार चल रही है. यह सरकार अल्पमत में है. लोकसभा चुनाव कभी भी हो सकता है. सरबजीत की मौत पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार का रवैया शुरू से ही ढुलमुल रहा है.
सरकार इस पर नाकाम रही. अगर जिस समय सीमा पर सैनिकों का सिर काटा गया, उस समय ईंट का जवाब पत्थर से दिया गया रहता, तो ऐसी घटना नहीं होती. एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि केंद्र की सरकार विपक्ष को विश्वास में नहीं ले रही है. यह लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्य पूर्ण है.
अगला प्रधानमंत्री से संबंधित सवाल पूछे जाने पर मंत्री श्री सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री पद के लिए कोई घमसान नहीं है. समय आने पर सब कुछ तय हो जायेगा. नरेंद्र मोदी सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं. मौके पर विधायक संजय सिंह टाइगर, सीडी शर्मा, हरेंद्र पांडेय, राणा प्रताप सिंह, रमेश कुमार सिन्हा उर्फ कर्ण आदि उपस्थित थे.