मण्णापुरम सोना लूटकांड का हुआ खुलासा

आरा : मण्णापुरम फाइनांस कंपनी से हुए सोना लूट मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. घटना में शामिल मुख्य सरगना समेत छह अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से लूट का सोना तथा घटना में प्रयुक्त एक जाइलो वाहन को भी बरामद किया गया है. पुलिस अधीक्षक अख्तर हुसैन ने बताया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2015 7:26 AM
आरा : मण्णापुरम फाइनांस कंपनी से हुए सोना लूट मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. घटना में शामिल मुख्य सरगना समेत छह अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके पास से लूट का सोना तथा घटना में प्रयुक्त एक जाइलो वाहन को भी बरामद किया गया है.
पुलिस अधीक्षक अख्तर हुसैन ने बताया कि लूट की घटना को अंजाम देने बाद अपराधी सोने का आपस में बंटवारा करने के बाद बेच कर पैसा खाते में डाल दिया गया था, जिसे भी जब्त कर दिया गया है.
उन्होंने बताया कि जाइलो गाड़ी में सवार होकर अपराधी घटना को अंजाम देने के लिए आये थे. लूटकांड का मुख्य सरगना झारखंड राज्य के धनबाद जिले का रहनेवाला अजय चेरो उर्फ गुरुजी है, जिसने घटना की सारी पृष्ठभूमि तैयार की थी.
16 दिसंबर को मण्णापुरम फाइनांस कंपनी से हुई थी लूट : नवादा थाना क्षेत्र के जज कोठी मोड़ के समीप से 16 दिसंबर को मण्णापुरम फाइनांस कंपनी से दिन दहाड़े छह की संख्या में हथियारबंद अपराधियों नेतीन करोड़ रुपये के सोना तथा दो लाख 28 हजार रुपये नकदी की लूट कर फरार हो गये थे.
घटना के बाद मामले के खुलासे तथा शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर शाहाबाद के डीआइजी उमा शंकर सुधांशु के निर्देश पर सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया था, जिसके बाद से ही पुलिस बिहार के कई जिलों में छापेमारी कर रही है.
नवादा, डालटेनगंज, गया, फतेहपुर सहित कई जगहों पर पुलिस ने की छापेमारी : एसडीपीओ विनोद कुमार राउत के नेतृत्व में गठित एसआइटी टीम द्वारा लगातार नवादा, डालटेनगंज , गोपालगंज, गया, फतेहपुर सहित कई जगहों पर छापेमारी की जा रही है. पुलिस ने अलग-अलग जगहों से छापेमारी कर छह अपराधियों को गिरफ्तार किया है.
एटीएस, एनआइए व आइबी ने भी की थी मामले की जांच : घटना के बाद मध्य प्रदेश तथा बिहार की एटीएस टीम, एनआइए और आइबी टीम द्वारा मामले की जांच की गयी थी, ताकि लूट की घटना में खंडवा जेल से भागे सिमी के आतंकवादियों का तो हाथ नहीं है. वहीं सीआइडी की क्राइम ब्रांच द्वारा भी मामले की जांच की गयी थी.

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