मकर संक्रांति पर मेले में उमड़ी भीड़
कोईलवऱ : ऐसे तो अधिकांश जगहों पर मकर संक्रांति का पर्व गुरुवार 15 जनवरी को मनाया जाना है, लेकिन अधिकतर क्षेत्रों में बुधवार को भी दही चूड़ा का त्योहार मकर संक्रांति धूमधाम से मनाया गया़ कोईलवर में सोन नद के किनारे सुबह श्रद्घालुओं की भीड़ जुटने लगी थी़.
हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्घालु सोन नद में डुबकी लगा सोनभ्रद भगवान व बाबा दिनेश्वरनाथ धाम मंदिर में मत्था टेका व अपने तथा परिवारवालों के लिए सुखमय जीवन की प्रार्थना की़ वहीं मकर संक्रांति को लेकर प्रखंड के बंदगांवा, जहां गंगा व सोन नद का संगम होता है. वहां आज पूरे दिन संगम में डुबकी लगाने के लिए श्रद्घालुओं का तांता लगा रहा, जो गुरुवार को भी जारी रहेगा़.
मकर संक्रांति के अवसर पर प्रतिवर्ष की तरह कोईलवर सोन नद के तट रेलवे स्टेशन के समीप मेला लगा, जिसमें हजारों पर्यटकों ने मेला में पहुंच कई तरह के समान की खरीदारी की़ महिलाएं व युवतियां की खासी भीड़ सौंदर्य प्रसाधन के दुकानों पर देखने को मिली़ वहीं युवक व बच्चें खिलौने से लेकर घर के साज सज्ज समेत कई प्रकार के समान खरीदने में व्यस्त दिखें.
मेले में सबसे आकर्षण का केंद्र मौत का कुआं रहा. मेले में किसी तरह की अनहोनी से निबटने के लिए कोईलवर पुलिस के जवान गश्ती करते दिखे.
चूड़ा-दही भोज का आयोजन
जगदीशपुर. मकर संक्रांति के उपलक्ष्य में जगदीशपुर नगर स्थित अधिवक्ता वृंदा सिंह के आवास पर दही चूड़ा भोज का आयोजन किया गया, जिसमें भाकपा माले के जिला सचिव जवाहर यादव, उपप्रमुख गोरख यादव, शिक्षक वृज बिहारी सिंह, रीता सिंह सहित कई लोगों ने हिस्सा लिया.
इस अवसर पर गरीब परिवार से जुड़े लोगों को दही चुड़ा खिला कर ठंड को देखते हुए 60 लोगों के बीच कंबल वितरित किया गया.
धूमधाम से मनी मकर संक्रांति
पीरो. बुधवार को अनुमंडल क्षेत्र में मकर संक्रांति का त्योहार काफी धूमधाम के साथ मनाया गया़ इस मौके पर लोगों ने सुबह नदी और जलाशयों में स्नान कर विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना किया और ब्रह्मणों को तिल-चावल का दान दिया़ इसके बाद लोगों ने चूरा, गुड़ और दही खाकर मकर संक्रांति का त्योहार मनाया़
इस दौरान तरारी प्रखंड मुख्यालय समेत कई अन्य स्थानों पर विधिवत मेला का आयोजन किया गया और सैकड़ो की संख्या में लोग गंगा स्नान के लिए बक्सर भी रवाना हुए़ इधर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों के महादलित टोलों में जाकर महादलित परिवारों के बीच चूरा, गुण और दही का वितरण किया़