चार जगहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे
सुरक्षा : कोर्ट परिसर में जाने से पूर्व थ्री लेयर जांच से होगा गुजरना आरा : शुक्रवार को कोर्ट परिसर में हुए बम ब्लास्ट की घटना के बाद शनिवार को हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस एल नरसिंहा रेड्डी आरा व्यवहार न्यायालय पहुंच कर घटनास्थल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के पश्चात चीफ जस्टिस ने न्यायालय की सुरक्षा […]
सुरक्षा : कोर्ट परिसर में जाने से पूर्व थ्री लेयर जांच से होगा गुजरना
आरा : शुक्रवार को कोर्ट परिसर में हुए बम ब्लास्ट की घटना के बाद शनिवार को हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस एल नरसिंहा रेड्डी आरा व्यवहार न्यायालय पहुंच कर घटनास्थल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के पश्चात चीफ जस्टिस ने न्यायालय की सुरक्षा को लेकर काफी सख्त दिखे थे.
जिसके बाद न्यायालय की सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को कई दिशा -निर्देश देते हुए दिये गये कार्यो को समयसीमा के अंदर पूरा करने की बात कही थी. जिस पर अमलीजामा पहनाने में जिला प्रशासन पूरी तरह जुट गया है. शनिवार को जिला प्रशासन द्वारा न्यायालय के दो नंबर गेट पर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) लगा दिया गया है.
वहीं दोनों गेट पर एक-एक सीसी टीवी कैमरा तथा बार के पोर्टिकों के दोनों तरफ एक- एक कैमरा लगाया गया है. वहीं कोर्ट परिसर में लगाये गये दुकानों को भी चिह्न्ति किया गया. जिनमें से 23 दुकान अधिकृत मिले. वहीं 10 दुकान अवैध ढंग से लगाये गये थे. जिन्हें तुरंत हटाने का निर्देश दिया गया. वहीं कुल 12 सीसी टीवी कैमरे लगाये जायेंगे. जिसके लिए सभी जगहों को चिह्न्ति कर लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है.
कोर्ट परिसर में हुए बम ब्लास्ट के बाद : कोर्ट व जेल की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गयी है. वहीं मुख्यालय डीएसपी को दोनों जगहों का प्रभारी बनाया गया है. साथ ही हर घंटे नवादा और नगर थाने के इंसपेक्टर एलर्ट रहेंगे.
वहीं कोर्ट की सुरक्षा में पुलिस बल के 60 जवान तैनात रहेंगे. जिनका अलग-अलग जगहों पर कोर्ट परिसर में ड्यूटी दी जायेगी. रात्रि पहर में भी पुलिस के जवान न्यायालय की सुरक्षा में तैनात रहेंगे. इंसपेक्टरों द्वारा भी कोर्ट परिसर में लगातार मुआयना किया जायेगा. इसको लेकर एसपी ने निर्देश जारी कर दिया है.
पूरे कैंपस में डीप सर्च मेटल डिटेक्टर के साथ रहेगा जवान : कोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था अद्भुत रहेगी. इस व्यवस्था को और सुदृढ़ करेगा डीप सर्च मेटल डिटेक्टर लेकर पुलिस का जवान. कोर्ट परिसर में चारों और घूम – घूम कर सर्च अभियान चलेगा. इस व्यवस्था से कोर्ट परिसर में किसी भी गतिविधि पर उस जवान की पैनी नजर रहेगी.
कोर्ट परिसर में बनेगा मेडिटेशन केंद्र : कोर्ट परिसर में मेडिटेशन केंद्र 01 करोड़ 43 लाख की लागत से बनाया जा रहा है. इसको लेकर निविदा की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. इसके बनने के बाद जजेज इसमें बैठेंगे.
44 लाख की लागत से होगा कोर्ट हाजत के आसपास का जीर्णोद्धार : कोर्ट हाजत के जीणोद्धार को लेकर 44 लाख रुपये का बजट पास है. जिसकी निविदा की प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है. जल्द ही इस राशि से कोर्ट हाजत का जीणोद्धार, 17 फीट का गेट निर्माण, कोर्ट हाजत के समीप चहारदीवारी तथा अन्य कार्य किये जायेंगे.
कोर्ट परिसर से हटेंगे अवैध दुकान : बम विस्फोट की घटना के बाद सुरक्षा को लेकर कोर्ट परिसर में स्थित दुकानों को चिह्न्ति कर हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. इसके तहत कोर्ट परिसर में 23 दुकान अधिकृत पाये गये. जबकि 10 दुकान कोर्ट परिसर में अवैध ढंग से लगाये मिले. जिन्हें हटाने का कार्य शुरू कर दिया गया है.
रमना मैदान में होगा पार्किग स्थल : बम ब्लास्ट की घटना के बाद कोई भी वाहन अब न्यायालय परिसर में नहीं आ सकते हैं. सिर्फ (जज और मजिस्ट्रेट )के ही वाहन अंदर आयेंगे. वाहनों को लेकर कोर्ट आने वाले लोगों को अब रमना मैदान स्थित 02 नंबर गेट के समीप पार्किग स्थल बनाया गया है. जहां वाहन खड़े होंगे. इसकी जिम्मेवारी नगर आयुक्त उमेश कुमार की है ,जो पार्किग स्थल को सारी प्रक्रिया पूरी करते हुए सुनिश्चित करेंगे.
डीएम -एसपी अधिकारियों के साथ पूरे दिन कोर्ट परिसर में डटे रहे : चीफ जस्टिस के निर्देश के आलोक में डीएम पंकज कुमार पाल व एसपी अख्तर हुसैन पूरे दिन कोर्ट परिसर में डटे रहे. जहां कार्यो एवं चिह्न्ति किये गये स्थलों पर लगाये जाने वाले सीसी टीवी कैमरे व डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर, कोर्ट हाजत के पास कराये जाने वाले चहारदीवारी व गेट को बड़ा करने व साफ-सफाई के कार्यो को बेहतर ढंग से करने को लेकर दिशा- निर्देश देते रहे.
वहीं घूम – घूम कर दोनों अधिकारियों ने कोर्ट परिसर में कराये जा रहे कार्यो को लेकर अधिकारियों व संवेदकों को दिशा -निर्देश देते रहे. इस दौरान हर कार्य को बेहतर ढंग से करने को लेकर आदेश देते रहे.
गुजरना होगा थ्री लेयर जांच से
चीफ जस्टिस के सख्त होने के बाद जिला प्रशासन भी कोर्ट परिसर की सुरक्षा को ले संवेदनशील हो गया है. अब कोर्ट परिसर में जाने से पूर्व थ्री लेयर जांच से हो हर किसी को गुजरना होगा.
सबसे पहले आपको मुख्यद्वार पर लगे डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर की जांच से गुजरना होगा. इसके बाद आपको दूसरा हैंड मेटल डिटेक्टर (हाथ में लेकर जांच करने वाला मशीन) तथा तीसरा मैनुअल फ्रिंसकिंग (हाथ से शरीर की जांच ) के बाद ही कोर्ट परिसर में आप जा सकते हैं. अब ऐसी सुरक्षा होगी कि परिंदा भी पर न मार सकेगा.
गेट नंबर 01 से जायेंगे जज और मजिस्ट्रेट :- बम ब्लास्ट की घटना के बाद सुरक्षा के मद्देनजर जहां कोर्ट परिसर की सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गयी है. वहीं गेट नंबर एक से सिर्फ जज और मजिस्ट्रेट ही आ-जा सकेंगे. वे अपने वाहन के साथ गेट नंबर 01 से आयेंगे – जायेंगे.
गेट नंबर 02 से आयेंगे वकील और मुवक्किल :- कोर्ट परिसर में अपने कार्यो को लेकर आने वाले वकील और मुवक्किल दो नंबर गेट से ही कोर्ट परिसर में आयेंगे. यहीं पर थ्री लेयर की जांच सुरक्षा से वकील और मुवक्किल को गुजरना होगा. पूरी जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही कोर्ट परिसर में लोग आयेंगे.
गेट नंबर 03 से कोर्ट परिसर से बाहर निकलेंगे लोग :- कोर्ट परिसर में अपनी कार्यो को लेकर आने वाले लोगों को गेट नंबर 03 से निकलना होगा. जो फास्ट ट्रैक कोर्ट के पास है. यानी 02 नंबर गेट से आना है और 03 नंबर गेट से जाना है.
गेट नंबर 04 से कोर्ट हाजत के लिए आयेंगे बंदी :- जेल से लेकर कोर्ट तक की सुरक्षा चाक – चौबंद रहेगी. अब मंडल कारा से बंदी कैदी वाहन से सीधे 04 नंबर गेट से कोर्ट परिसर स्थित बंदी हाजत में पहुंचेंगे. इसके लिए 17 फीट का गेट बनाया जा रहा है. इसके बनने के बाद सड़क पर गाड़ी पार्किग नहीं होगी. सीधे हाजत कोर्ट में बंदी पहुंच जायेंगे. वहीं चहारदीवारी का भी निर्माण कराया जा रहा है ताकि आने जाने वाले बंदी को किसी व्यक्ति से मुलाकात नहीं हो सके.
60 जवानों के जिम्मे होगी कोर्ट की सुरक्षा
मुख्यालय डीएसपी होंगे इसके प्रभारी
दोनों इंस्पेक्टर हर घंटे करेंगे मुआयना
इन जगहों पर लगेंगे सीसी टीवी कैमरे
बम ब्लास्ट की घटना के बाद न्यायालय परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चीफ जस्टिस द्वारा दिये गये निर्देश के आलोक में जिला प्रशासन द्वारा सीसी टीवी लगने वाले स्थलों का चयन कर लिया गया है. जिसमें दोनों मुख्य गेट पर एक – एक, बार के पोटिकों के दोनों तरफ एक – एक,फास्ट ट्रैक कोर्ट के समीप एक, मजिस्ट्रेट कोर्ट के सामने एक, सीजेएम कोर्ट के पास एक, बंदी हाजत के पास एक सहित 12 जगह शामिल है. इसके अलावा जरूरत के अनुसार और सीसी टीवी कैमरे लगाये जायेंगे.
मृतक महिला पांच वर्षो से नहीं थी संपर्क में
मृतक नगीना देवी की पुत्री सोनी देवी ने बताया कि हमारी मां का लगभग पांच वर्षो से परिवार के किसी के साथ कोई संपर्क नहीं था. जबकि हमारे पिता हरे राम गौड़ मूक – बधिर है. अक्सर मां द्वारा घर में हल्ला -गुल्ला और मारपीट तथा गाली -गलौज किया जाता था. पांच साल पहले मां निकली थी, जिसके बाद से परिवार के लोगों से उसका कोई संबंध नहीं है.
मां के मरने के बाद ही उसका चेहरा पांच साल बाद हमने देखा है. इधर, घटना के बाद जिला प्रशासन काफी संवेदनशील हो गया है. कोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. कोर्ट में थ्री लेयर जांच की सुरक्षा में हर किसी को सहयोग करने की जिलाधिकारी पंकज कुमार पाल , पुलिस अधीक्षक अख्तर हुसैन तथा सदर अनुमंडलाधिकारी अनिल कुमार ने अपील की. उन्होंने कहा कि अधिवक्ता इसमें सहयोग करे. प्रशासन अधिवक्ता के सुरक्षा को ले कटिबद्ध है.