* प्रेमचंद जयंती समारोह की पूर्व संध्या पर कार्यक्रम
आरा : स्थानीय बाल हिंदी पुस्तकालय में प्रेमचंद जयंती की पूर्व संध्या पर मंगलवार को प्रगतिशील लेखक संघ की ओर से प्रेमचंद जयंती का आयोजन किया गया. अध्यक्षता डॉ रवींद्र नाथ राय, डॉ परशुराम सिंह , कवि श्री राम तिवारी एवं वरिष्ठ कथाकार अनंत कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से की.
कार्यक्रम का शुभारंभ कवि संतोष श्रेयांस के पाठ से हुआ. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि किसानों की त्रसदी की बड़ी गहराई से प्रेमचंद ने जिक्र किया है. अध्यक्ष मंडल के सदस्य श्री राम तिवारी ने कहा कि प्रेमचंद ने जीवन की सच्चई का जो सुंदर चित्रण प्रस्तुत किया है, वह शायद आज के कथाकार के बस की बात नहीं है. डॉ नीरज सिंह ने कहा कि वे साम्राज्यवाद विरोधी चेतना के रचनाकार थे.
बनवारी राम ने प्रेमचंद की किसान चेतना को कबीर से जोड़ने का प्रयत्न किया. डॉ परशुराम सिंह ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रेमचंद के साहित्य के पाठक नित्य प्रतिदिन आखिर कम क्यों होते जा रहे हैं. कवि ओम प्रकाश मिश्र ने कहा कि प्रेमचंद की कथा की परंपरा आज तक भी मौजूद है
संपादक अनंत कुमार सिंह ने कहा कि किसानों की चेतना प्रेमचंद से आगे नहीं बढ़ पायी है. डॉ रवींद्र नाथ राय ने कहा कि प्रेमचंद का मुख्य उद्देश्य किसान, मजदूरों का राज्य स्थापित करना था. वे किसानों की लड़ाई के पक्षधर थे. मंच संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सचिव जनार्दन मिश्र ने कहा कि प्रेमचंद हिंदी साहित्य के गौरव थे. अन्य वक्ताओं में सुनील कुमार चौधरी, डॉ सुमन कुमार सिंह, किरण कुमारी, डॉ अयोध्या प्रसाद उपाध्याय, डॉ रेणु मिश्र, डॉ मनोज कुमार मनमौजी, कुर्बान आतीश, राजीव कुमार, रामतीर्थ उपस्थित थे.