* शाहपुर प्रखंड की 14 प्रमुख सड़कों पर आवागमन ठप, नाव ही सहारा
* राहत के नाम पर कुछ नहीं, राम भरोसे पीड़ित
* 110 गांव बाढ़ की चपेट में
बिहिया/ शाहपुर : शाहपुर प्रखंड के दियारे इलाके में बाढ़ ने तबाही मचा दी है.चारों तरफ पानी –ही– पानी नजर आ रहा है. बाढ़ से कई गांव टापू बन गये तो कई गांवों का संपर्क मुख्यालय से भंग हो गया. बिहिया प्रखंड के भी कई गांव बाढ़ के पानी से घिर गये हैं.
दूसरी तरफ राहत के नाम पर कही कुछ नहीं दिख रहा है. इस कारण पीड़ितों में हाहाकार मचा है. बाढ़ प्रभावित इलाके में पीड़ित नाव की व्यवस्था करने की मांग कर हैं, लेकिन नाव की समुचित व्यवस्था करने में प्रशासन को पसीने छूट रहे है. यूं कहा जाये कि राहत और बचाव के नाम पर अभी तक कोई कारगर व्यवस्था नहीं हो पायी है. जानकारी के अनुसार शाहपुर की लगभग एक लाख की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. प्रखंड के कुल 110 गांव बाढ़ की चपेट में है.
कई गांव तो पूरी तरह से तबाह होकर रह गया है, तो कई तबाह होने के कगार पर हैं. इलाके की 14 प्रमुख सड़कों पर पानी भर जाने के कारण आवागमन ठप है. एकमात्र सहारा अब नाव ही बचा है. बिहिया प्रखंड की फिंनगी पंचायत के रामपुर, दुबौली और मखदुमपुर गांव बाढ़ के पानी से चारों तरफ से घिर गया है.
दोघरा पंचायत, पीपरा जगदीश पंचायत और कल्याणपुर पंचायत के भी कई गांवों में पानी तेजी से फैल रहा है. जिला बंदोबंस्त पदाधिकारी ने बिहिया में सीओ, राजस्व कर्मियों और पंचायत सचिवों के साथ बैठक कर प्रभावित इलाकों में कैंप करने का निर्देश दिया.
* पिरौटा व कड़रा बसंतपुर में बाढ़ का कहर जारी
आरा : सदर प्रखंड के पिरौटा और कड़रा बसंतपुर गांव में मंगलवार को भी भीषण बाढ़ का कहर जारी रहा. स्थिति इतनी भयावह हो गयी कि पानी कमर से ऊपर पहुंच गया है. इसके कारण विद्यालय, आंगनबाड़ी केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, टीचर ट्रेनिंग कॉलेज सहित शराब की भट्टियां पानी में पूरी तरह से डूब गयी.
कड़रा बसंतपुर के चंद्रदीप सिंह ने बताया कि सैकड़ों मवेशी को चारा नहीं मिल रहा है, जबकि कई लोग गांव में बीमार पड़े हुए हैं. यहां तक उन्हें इलाज के लिए आरा ले जाने के लिए न कोई प्रशासन ने वाहन का इंतजाम किया है और न ही नाव की ही व्यवस्था की है, जबकि पिरौटा पंचायत के चमुखां, पिपरा, यादवपुर, नागोपुर, जगवलिया, तेतरिया, मठिया सहित कई गांवों में कमोबेश स्थिति ऐसी ही बनी हुई है.
गांव के लोगों का जीवन अस्त–व्यस्त हो गया है. अभी तक प्रशासनिक तौर पर कोई भी सुविधा नहीं मिलने से नाराज स्थानीय मुखिया विजय यादव ने कहा कि सीओ के माध्यम से तो तीन नाव की व्यवस्था काफी प्रयास करने के बाद की गयी, लेकिन बाढ़ पीड़ितों को सरकारी सहायता के नाम पर अन्य पंचायतों की अपेक्षा सरकार सौतेला पूर्ण व्यवहार कर रही है. पिरौटा में स्थित कंपोजिट शराब की दुकान में बाढ़ का पानी एकाएक भर गया. इसके कारण लाखों रुपये की संपत्ति को खासा नुकसान पहुंचा.