अनशनकारी सात छात्रों की हालत बिगड़ी
इलाज के लिए सदर अस्पताल में कराये गये भरती आरा : चांदी छात्रवास के भवन निर्माण व मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे सात छात्रों की हालत गंभीर हो गयी. घायल इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया गया. समाहरणालय के समक्ष अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर […]
इलाज के लिए सदर अस्पताल में कराये गये भरती
आरा : चांदी छात्रवास के भवन निर्माण व मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे सात छात्रों की हालत गंभीर हो गयी. घायल इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया गया.
समाहरणालय के समक्ष अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे छात्रों को संबोधित करते हुए छात्र नेता मनोज मंजिल ने कहा कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन उदासीन बना हुआ है. वहीं आइसा नेता अजीत कुशवाहा ने कहा कि छात्रों की जब तक मांगें पूरी नहीं होती, तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा. बता दें कि मांगों को लेकर 50 छात्र भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं. इस मौके पर अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य सचिव सुदामा प्रसाद, अजीत कुशवाहा, शिव प्रकाश, राजू राम, संदीप, शीला कुमारी, राकेश व अभय कुशवाहा ने हड़ताल का समर्थन किया है.
इन छात्रों की बिगड़ी हालत
अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे सात छात्रों की हालत बिगड़ जाने के कारण इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया गया. जिनमें राहुल राम, विकास कुमार, राजू राम, वेद राम, विद्या सागर तथा पंकज कुमार शामिल हैं.
छात्रों के समर्थन में आयी इनकलाबी नौजवान सभा
आरा. इनकलाबी नौजवान सभा ने छात्रों की मांग को उनका मूलभूत संवैधानिक और लोकतांत्रिक अधिकार बताया. इनकलाबी नौजवान सभा के वक्ताओं ने कहा कि राज्य सरकार गरीब दलितों से प्रेम का सिर्फ ढोंग करती है. चांदी छात्रवास जजर्र हो चुका है. छात्रों की मांग पूर्णत संवैधानिक है. वहीं भाकपा (माले) चिकित्सा प्रभारी सह दीनानाथ ने छात्रों की मांगों को संवैधानिक बताया.