सात जन्मों का साथ तीन माह में ही छूटा

आरा : अग्नि के सात फेरे लेकर सात जन्मों का साथ निभाने का वादा महज तीन माह में ही टूट गया. एक दिसंबर को अग्नि के सात फेरे लेकर पवन से नीलम को वचन दिया था, वो महज तीन माह में ही टूट गया. घटना के वक्त पवन घर में नहीं थे. जैसे ही खबरिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 10, 2015 6:55 AM
आरा : अग्नि के सात फेरे लेकर सात जन्मों का साथ निभाने का वादा महज तीन माह में ही टूट गया. एक दिसंबर को अग्नि के सात फेरे लेकर पवन से नीलम को वचन दिया था, वो महज तीन माह में ही टूट गया. घटना के वक्त पवन घर में नहीं थे. जैसे ही खबरिया चैनल द्वारा पवन सिंह की पत्नी की खुदकुशी करने की खबर प्रकाशित की गयी.
उनके परिवार तथा प्रशंसकों के बीच मायूसी छा गयी. परिवार के लोगों ने खबर मिलते ही मुंबई स्थित उनके आवास पर पहुंचे, जहां सोमवार को बारसोवा स्थित शमशान घाट पर परिजनों व प्रशंसकों की उपस्थिति में अंतिम संस्कार किया गया.
मुखागिA देते वक्त नम हो गयी सभी की आंखें : जैसे ही पवन ने अपनी पत्नी नीलम सिंह को मुखागिA दी, उस वक्त परिवार व भारी संख्या में उपस्थित प्रशंसकों की आंखें नम हो गयी. नम आंखों से सभी ने विदाई दी. इस दौरान पवन सिंह के आंखों से आंसू छलक पड़े, जिसे परिवार के लोगों द्वारा ढाढ़स बंधाया गया.

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