आरा : मंगलवार को हुई सड़क दुर्घटना में रामाशंकर पाल की मौत के बाद रीता पर मानों दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. पति की मौत की खबर सुनते ही नजर आसमान की ओर जो उठी, तो उठी ही रह गयी.
गवना के महज 15 दिन ही बीते थे.मेहंदी का रंग भी छूटा कि पति को खो बैठी. हंसी, खुशी से जिस परिवार में सपने संजोने आयी थी,वह सब एक पल में ही चूर- चूर हो गया. कमोबेश यही स्थिति मीना की भी थी, जिसके पति सत्येंद्र पाल (असम राइफल के जवान) अपने साले विरूण पाल की शादी में भाग लेने के लिए छुट्टी लेकर ससुराल आये थे.
जाते वक्त अपने बच्चों से यह कह कर घर से निकले थे कि जल्द ही बाजार से समान लेकर आ रहे है, लेकिन यह किसे पता था कि घर से जाने के बाद उनका शव ही लौटेगा. घटना के बाद जहां कल तक शादी की मांगलिक गीत गाये जा रहे थे, उस घर में इस घटना के बाद मातम पसर गया.