बाढ़ से स्थिति भयावह, मंत्री का घेराव
ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों का पलायन जारी,नावों के लिए कई जगहों पर हंगामा, नारेबाजी,राहत वितरण में कई जगहों पर लगाया गया धांधली का आरोप आरा: अन्य दिनों की अपेक्षा शुक्रवार को बाढ़ की स्थिति और भयावह हो गयी. बड़हरा के नेकनाम टोला सहित धुधुआ, सब्बलपुर तथा शाहपुर के कई गांवों में बढ़े बाढ़ के पानी […]
ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों का पलायन जारी,नावों के लिए कई जगहों पर हंगामा, नारेबाजी,
राहत वितरण में कई जगहों पर लगाया गया धांधली का आरोपआरा: अन्य दिनों की अपेक्षा शुक्रवार को बाढ़ की स्थिति और भयावह हो गयी. बड़हरा के नेकनाम टोला सहित धुधुआ, सब्बलपुर तथा शाहपुर के कई गांवों में बढ़े बाढ़ के पानी के कारण लोगों का पलायन जारी है. शहर के निचले हिस्से खास कर मझौआ, तरी मुहल्ला, बिंद टोली, मंसा पांडेय बाग, मौलाबाग में पानी सड़क पर घुटने भर तक पहुंच गया है. शहर के गांगी पुल के समीप राहत सामग्री वितरित नहीं किये जाने एवं समुचित नाव की व्यवस्था तत्काल उपलब्ध कराने को लेकर स्थानीय लोगों ने आरा-गंगा मुख्य मार्ग जाम कर घंटों प्रदर्शन किया. इस दौरान बाढ़ पीड़ितों की समस्या का निराकरण करने पहुंचे खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री श्याम रजक को शाहपुर क्षेत्र के भरौली एवं दामोदरपुर में गुस्साये बाढ़ पीड़ितों का विरोध ङोलना पड़ा. इस दौरान मंत्री ने आपदा प्रबंधन एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों को बाढ़पीड़ितों के पास यथाशीघ्र राहत सामग्री पहुंचाने की मांग की. उन्होंने जिले से बाहर की 15 नावों को शाहपुर क्षेत्र में मंगाने का निर्देश भी अधिकारियों को दिया.
रिश्तेदार व सड़क का सहारा
शहर के निचले हिस्से में मझौआ, सिंगही, डुमरा, रामापुर सनदिया, मीरगंज, ज्ञानपुर, गौस गंज, तरी, चंदवा, मौलाबाग, पुरानी पुलिस लाइन, शांतिनगर के मुहल्ले के अधिकांश लोग या तो अपने रिश्तेदारों के यहां या फिर सड़क के किनारे आकर शरण लिये हुए है. घरों में घुसे पानी की वजह से इनके भोजन यापन पर भी समस्या उत्पन्न हो गयी है.
डूबने से एक की मौत
आरा सदर प्रखंड के महुली गांव निवासी मो मिस्टर पिता मोहम्मद फारूक की मौत बाढ़ के पानी में डूबने से हो गयी. हालांकि शव की बरामदगी नहीं हो पायी है. शव को खोजने के लिए प्रयास जारी है. मोहम्मद मिस्टर अपने एक दोस्त के साथ धोबहा दवा लेने के लिए जा रहा था कि महुली छलका के पास तेज धार मे दोनों बह गये. इसमें उसका मित्र तैर कर बच गया, वहीं उसकी मौत डूबने से हो गयी.
दूसरी तरफ आरा सदर प्रखंड के अगरसंडा में बाढ़ के पानी में रामजी बिंद के पुत्र विनय कुमार बिंद की मौत हो गयी, जिसका पोस्टमार्टम शुक्रवार को सदर अस्पताल में कराया गया.
शाहपुर के साथ सौतेलापन क्यों
शाहपुर क्षेत्र के दामोदरपुर व भरौली में बाढ़पीड़ितों का हाल -चाल लेने पहुंचे खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री श्याम रजक को बाढ़पीड़ितों का आक्रोश ङोलना पड़ा. बाढ़ पीड़ितों ने मंत्री का घेराव करते हुए आरोप लगाया कि अन्य प्रखंडों की अपेक्षा शाहपुर की जनता के साथ सौतेलापन व्यवहार किया जा रहा है. बाढ़पीड़ितों के लिए न नाव की व्यवस्था की गयी और न ही राहत शिविर लगाया गया. घेराव कर रहे लोगों ने कहा कि राहत सामग्री नहीं पहुंचायी गयी तो आंदोलन उग्र होगा. शाहपुर की विधायक मुन्नी देवी ने आरोप लगाया कि 20 पंचायतों के एक लाख 67 हजार की आबादी को अब तक एक भी नाव उपलब्ध नहीं है. न ही राहत सामग्री अभियान चलाया गया और न किसी ने राहत सामग्री नहीं बांटी.
आरा-गांगी मुख्य मार्ग को किया जाम
बाढ़ की भीषण विभीषिका की मार ङोल रहे गांगी क्षेत्र के लोगों ने आरा-गांगी मुख्य मार्ग जाम कर आवागमन पूरी तरह ठप कर दिया. इसके कारण इक्का-दुक्का चल रहे वाहनों का आवागमन भी बंद हो गया. जाम कर रहे लोगों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि राहत सामग्री बांटे जाने में भेदभाव किया जा रहा है. यहां के लोग बाढ़ से त्रस्त हैं, फिर भी अभी तक नाव की व्यवस्था तक नहीं की गयी. न ही राहत सामग्री के नाम पर बाढ़पीड़ितों को कुछ नसीब ही हुआ है. समाचार लिखे जाने तक जाम की स्थिति यथावत थी. वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन का कहना है कि जरूरतमंद बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री बांटी जा रही हैं. नाव भी उपलब्ध कराया गया है.