बिहिया. बिहिया स्थित रामको एस्बेस्टस कारखाना प्रबंधन द्वारा कारखाने के नौ मजदूरों व जगदेव सेना के जिलाध्यक्ष लालबहादुर महतो पर रंगदारी मांगने के झूठे मुकदमे को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा़ राजद, लोजपा व जगदेव सेना द्वारा आहूत इस कार्यक्रम में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा़ सुबह से ही लोगों का जमावड़ा सड़कों पर लग गया. लोगों ने बिहिया थाना और प्रखंड कार्यालय को घेर लिया़ आंदोलन का नेतृत्व राजद नेता कृष्णबिहारी सिंह उर्फ तेजनारायण यादव, मुराद हुसैन, ददन सिंह यादव, बुटेश्वर यादव, रामाशंकर पांडेय व जगदेव सेना के जिलाध्यक्ष लालबहादुर महतो ने किया़
दुकानें बंद, ठप रहा आवागमन
भीड़ ने बिहिया बाजार की दुकानों को बंद करा दिया और राजा बाजार चौक पर बिहिया-जगदीशपुर मार्ग को जाम कर दिया, जिससे यातायात घंटों ठप रहा़ मालूम हो कि गत शुक्रवार को बिहिया स्थित रामको एस्बेस्टस कारखाना प्रबंधन द्वारा कारखाने के नौ मजदूरों व लालबहादुर महतो समेत 14 नामजद और 10 अज्ञात लोगों पर रंगदारी मांगने व हंगामा करने की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी, जिसमें पुलिस ने नौ मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया़ बाद में मामले की गंभीरता को देखते हुए रात में पुलिस ने मजदूरों को छोड़ भी दिया़ इस दौरान आंदोलनकारियों ने प्रशासन, पुलिस व रामको प्रबंधन के खिलाफ आक्रोशपूर्ण नारेबाजी की और कारखाने को भी घेरे रखा़ लोगों के हंगामे व गुस्से को देखते हुए पुलिस व प्रशासन के पसीने छूटते रहे़ गुस्साए लोग 72 घंटे के अंदर उक्त कांड का पर्यवेक्षण रिपोर्ट निष्पक्षतापूर्वक जारी करने की मांग कर रहे थे़
डीएसपी के आश्वासन पर शांत हुए लोग
बाद में स्थिति को देख कर बिहिया पहुंचे एसडीपीओ राजेश कुमार ने प्रदर्शनकारियों से बात की और 72 घंटे के अंदर मामले की जांच कर न्याय प्रदान करने का आश्वासन दिया़ तब जाकर सड़क जाम और हंगामा शांत हुआ और स्थिति सामान्य हुई़ आंदोलन में सैकड़ों लोग शामिल रहे़
झूठे मुकदमे की निंदा
रामको एस्बेस्टस कारखाने के मजदूरों व जगदेव सेना के जिलाध्यक्ष लालबहादुर महतो पर किये गये झूठे मुकदमे की विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने निंदा की है़ लोजपा के प्रदेश सचिव श्याम कुमार मुन्नु, जदयू से जुड़े संतोष श्रीवास्तव, भोला राय अकेला, बड़क कुशवाहा, वार्ड पार्षद बैजनाथ प्रसाद उर्फ भालू सर्राफ, सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश श्रीवास्तव आदि ने झूठे मुकदमे वापस लेने की मांग की है़ लोगों का कहना है कि लालबहादुर महतो एस्बेस्टस कारखाने द्वारा फैलाये जा रहे प्रदूषण के खिलाफ वषार्ें से अभियान चला रहे हैं, जिसके प्रतिशोध में कारखाना प्रबंधन द्वारा उन पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है, जो किलोकतंत्र का हनन है़ संगठनों से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि अगर न्याय नहीं होता है तो सभी संगठन इस आंदोलन मेंकूद पड़ेंगे, जिसकी जवाबदेही प्रशासन की होगी़