भोजपुर जिले में 4.4 से 5.7 के बीच रही तीव्रता पैमाना
शनिवार को घड़ी में जैसे ही 11:42 बजा कि धरती से कंपन शुरू हुआ. कुछ ही देर में लोगों को जब एहसास हुआ कि भूकंप आया, तो लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल कर भागने लगे. हालांकि शुक्र ये है कि जिले में भूकंप से किसी के मरने या विशेष जान माल की अब तक क्षति नहीं हुई है. फिर भी दहशत में जिले के लोग है.
पहला झटका की अवधी एक मिनट 30 सेकेंड रहा, तो 12 :15 मिनट पर दूसरा झटका महसूस किया गया, जो 26 सेकेंड का था. भूकंप के झटके से जिले में आधा दर्जन से ज्यादा मकाने क्षतिग्रस्त हो गयी है, जबकि गोपाली चौक के समीप एक मकान पूरी तरह क्ष्तिग्रस्त हो गया. वहीं कई मकानों में दरार भी पड़ गयी है. इस दौरान भाग दौड़ करने में एक दर्जन से ज्यादा लोग जख्मी हो गये, जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है.
आरा : भूकंप के सीरियल झटके से जिले के लोग शनिवार को पूरी तरह दहशत में रहे. जिले में भूकंप की तीव्रता रियेक्टर पैमाने पर 4.4 – से लेकर 5.7 के बीच रहा. भूकंप के झटके से कई मकान जहां जिले में क्षतिग्रस्त हो गये.
वहीं कोईलवर के गीधा गांव में दीवार गिरने तेज नारायण राम की पुत्री पुतुल कुमारी गंभीर रूप से जख्मी हो गयी, जिसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भरती कराया गया. वहीं मुफस्सिल थाना क्षेत्र के धोबहां गांव निवासी बाबूधन राम भागने के दौरान गिर कर जख्मी हो गये.
नगर थाने में पदस्थापित जवान विवेक सिंह धरती हिलते देख थाने परिसर के छत से जान बचाने के लिए कूद पड़ा, जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हो गया. इलाज के लिए निजी नर्सिग होम में भरती कराया गया है. इधर भूकंप के झटके से गोपाली चौक स्थित जगजीवन मार्केट के समीप मकान गिर पड़ा.
घरों से निकल कर भागने लगे लोग : भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग जान बचाने के लिए घरों से निकल कर सुरक्षित स्थान, खुले मैदान की तरफ भागने लगे, जिससे कई जगहों पर अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया. दो बार भूकंप के झटके आने के कारण पूरे दिन जिले के लोग दहशत में रहे. वहीं सदर अस्पताल व निजी क्लिनिकों में भरती मरीज डर से भागते हुए सड़क व अस्पताल के परिसर में आ गये. वहीं एक मरीज पानी चढ़ाते हुए स्लाइन के साथ सड़क पर भाग खड़ा हुआ. भूकंप के झटके के कारण निजी कार्यालय व सरकारी कार्यालयों में कार्य कर रहे लोग कार्यालयों से निकल पड़े. इस दौरान बिजली सप्लाइ भी बंद कर दी गयी.
पहले भी जिले में भूकंप के आये थे झटके
भोजपुर जिले में 1934 में भी भूकंप आया था, जिसका झटका लोगों ने महसूस किया था. उस समय भूकंप की तीव्रता रियेक्टर पैमाने पर 8.4 मापी गयी थी, उसका भी सेंटर नेपाल ही था, जिसके 54 साल बाद 1988 में आये भूकंप के झटके लोगों ने महसूस किया.
उस समय उसकी तीव्रता 6.6 थी. फिर 23 साल बाद 2011 में भूकंप का झटका महसूस किया गया, जिसका रियेक्टर पैमाने पर 6.9 मापा गया था. 2015 में शनिवार को हुई भूकंप के झटके महसूस किये गये, जिसका रियेक्टर पैमाने पर 4.4 – 5.7 के बीच में रहा है.
क्या है भूकंप
धरती के नीचे बड़ी-बड़ी चट्टाने है, जो तैरती रहती है. जब वह आपस में रगड़ खाती है, तो उसी के कारण भूकंप पैदा होता है.