यातायात किया ठप
आरा: झारखंड के बोकारो में हवलदार के पद पर तैनात जवान वीर भगत सिंह का शव बुधवार को उनके पैतृक गांव फरना पहुंचा. परिजनों ने जवान की हत्या का आरोप लगाते हुए आरा – बड़हरा मुख्य मार्ग को घंटों जाम कर विरोध जताया. जाम की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसपी सत्यवीर सिंह के आश्वासन […]
आरा: झारखंड के बोकारो में हवलदार के पद पर तैनात जवान वीर भगत सिंह का शव बुधवार को उनके पैतृक गांव फरना पहुंचा. परिजनों ने जवान की हत्या का आरोप लगाते हुए आरा – बड़हरा मुख्य मार्ग को घंटों जाम कर विरोध जताया. जाम की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे एसपी सत्यवीर सिंह के आश्वासन के बाद जाम को हटाया गया. एसपी ने बताया कि मामले की जांच के लिए सीनियर अधिकारियों से अनुरोध किया जायेगा ताकि सही तथ्य जांच के बाद सामने आये और मृतक के परिजनों को न्याय मिल सके. झारखंड के बोकारो में पदस्थापित फरना गांव निवासी विसनदेव सिंह के पुत्र हवलदार वीर भगत सिंह ने अपनी इनसास राइफल से गोली मार कर मंगलवार की सुबह आत्महत्या कर ली थी. इसके बाद झारखंड पुलिस ने रिम्स में उनका पोस्टमार्टम कराया था. इसके बाद जवान का शव उनके पैतृक गांव फरना बुधवार को लाया गया. शव आते ही गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. जवान को देखने के लिए आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गयी. वीर भगत सिंह झारखंड पुलिस में वर्ष 2000 में भरती हुआ था. जवान की पत्नी नीतू देवी का रो- रो कर बुरा हाल हो गया. इस घटना के बाद जवान के परिजन पुरी तरह टूट चुके हैं.