आरा. भाकपा माले के बैनर तले बरजा के बाढ़पीड़ितों ने आरा सदर के अंचलाधिकारी का घेराव किया. घेराव कार्यक्रम में काफी संख्या में बाढ़पीड़ित शामिल थे. इसके पूर्व बाढ़पीड़ितों ने जेपी स्मारक से एक जुलूस निकाला, जो विभिन्न मार्गो से होते हुए अंचल कार्यालय पहुंचा, जहां बाढ़पीड़ितों ने अंचल कार्यालय के मुख्य द्वार को बंद कर दिया और अंचलाधिकारी को उनके कार्यालय में बंद कर गेट के पास सभा की. सभा को संबोधित करते हुए माले नेता क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि जिला प्रशासन एवं सरकार बाढ़पीड़ितों के साथ भेदभाव कर रही है.
इसका उदाहरण है बरजा गांव. यहां के गरीबों के बीच नाश्ता का सूखा पैकेट वितरित नहीं किया गया. वहां के महादलितों,दलितों, पिछड़ों, अनुसूचित जाति, जनजाति को पैकेट न देकर 600 पैकेट लौटा दिया गया, जो घोर अन्याय है. जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कर्मचारी लगातार गरीब दलितों के साथ भेदभाव बरत रहे हैं. इसको लेकर कई बार शिकायत अधिकारियों से की गयी. यही नहीं बाढ़ के 47 दिन गुजरने के बाद भी सदर प्रखंड के दर्जनों गांवों में राहत नहीं पहुंचा. उन्होंने कहा कि पानी घटने के साथ महामारी का खतरा पैदा हो गया है. कहीं भी कीटनाशक दवा का छिड़काव नहीं हो रहा है. घेराव कार्यक्रम में सुंदर राम, महेश पासवान, सियाही राम, सुदामा यादव, जानकी देवी, सरस्वती देवी, अनिता देवी, बबली देवी सहित कई शामिल थे.