शोभा की वस्तु बनी जलमीनार चापाकल भी हो गये बेकार
गरमी के कारण जिले की कई जगहों पर पेयजल की किल्लत गरमी के कारण आहर-पोखर सूखने लगे हैं. कई जगहों पर हैंड पंपों से पानी नहीं निकल रहा है. वहीं, बिजली और ट्रांसफॉर्मर की खराबी के कारण लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने को लेकर बनायी गयी जलमीनार भी शोभा की वस्तु बन कर रह […]
गरमी के कारण जिले की कई जगहों पर पेयजल की किल्लत
गरमी के कारण आहर-पोखर सूखने लगे हैं. कई जगहों पर हैंड पंपों से पानी नहीं निकल रहा है. वहीं, बिजली और ट्रांसफॉर्मर की खराबी के कारण लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने को लेकर बनायी गयी जलमीनार भी शोभा की वस्तु बन कर रह गयी है. गरमी के कारण भू -गर्भ जल का स्तर काफी नीचे चला गया है. जिससे कई जगहों पर पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गयी है.
आरा : जिले में कई जगह पेयजल की किल्लत है. पिछले एक सप्ताह के अंदर तापमान में बढ़ोतरी से पेयजल का संकट और गहरा गया है. कई जगहों पर हैंडपंपों से पानी नहीं निकल रहा है. अगिआंव प्रखंड के धोबहां, पवार गांव में कई चापाकल बेकार हो गये हैं, जिससे लोग परेशान हैं. भू- गर्भ जल स्तर काफी नीचे चले जाने के कारण अधिकतर चापाकल सूख गये हैं.
लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के उद्देश्य से कई जगहों पर बनाये गये जल मीनार भी शहर को छोड़ कर देहातों में बिजली और ट्रांसफॉर्मर जले होने की वजह से बेकार पड़े हुए हैं. ताल-तलैया सूख जाने की वजह से जानवर को भी पीने का पानी नहीं
मिल रहा. अगर तापमान इसी तरह
रहा, तो आने वाले दिनों में जिले के लोगों के सामने पेयजल की समस्या और गहरा सकती है. हाल के दिनों में हुई बारिश से अभी कई जगहों पर जल स्तर बना हुआ है. लेकिन, इसी तरह का मौसम रहा तो पेयजल की समस्या उत्पन्न हो जायेगी.
जले ट्रांसफॉर्मर की वजह से ठप पड़ी हैं जलमीनारें
शहर को छोड़ दें तो गांवों में निर्माण कराये गये जलमीनार बिजली और जले ट्रांसफॉर्मर के वजह से बेकार पड़ी हुई है. अगर समय रहते इन्हें दुरुस्त कर लिया जाये, तो लोगों को कुछ हद तक पेयजल की समस्या से निजात मिल सकेगी. कई जलमीनार हल्की खराबी के कारण बेकार पड़े हुए हैं.
आरा : सूर्य की तीखी किरणों और पछुआ हवा के थपेड़ों ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. थोड़ी दूर चलने पर ही गला सुखने लगता है, लेकिन सड़कों पर पेयजल की मुकम्मल व्यवस्था न होने से लोग परेशान हैं.
शहर के कई चापाकल पानी देने की स्थिति में नहीं हैं. 10 बजते ही सड़कों पर वीरानगी छा जाती है. लोगों को न घर में आराम है न बाहर. न दिन में चैन मिल रहा है और न रातों में सुकून की नींद ही आ रही है. कड़ी धूप में भी लोगों को जरूरी काम से बाहर निकलना ही पड़ता है, लेकिन ऐसे में लोग अपने साथ पानी की बोतल जरूर रखते हैं.
राहत की फिलहाल उम्मीद नहीं : इस वर्ष शनिवार और रविवार का दिन सबसे ज्यादा गरम रहा. जहां शनिवार को तापमान 44.3 डिग्री जा पहुंचा. वहीं रविवार को भी तापमान 44.0 डिग्री के आसपास रहा. मौसम विभाग की मानें तो आनेवाले दिनों में फिलहाल तापमान में कोई गिरावट नहीं आयेगी. तापमान में और भी बढ़ोतरी होने की आशंका है.
पेय पदार्थो का ज्यादा करें सेवन : घरों से बाहर निकले तो कुछ सावधानियां बरते, ताकि आपको लू न लगे. पहले तो बिना काम के घर से बाहर नहीं निकले. अगर जरूरी काम को ले घर से बाहर निकले तो निकलते वक्त सर को ढक कर निकले, छतरी का सहारा ले. वहीं पेय पदार्थो का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें. ताकि शरीर में पानी की मात्र बनी रहे. बच्चों को तो तेज धूप में कभी भी घर से बाहर नहीं निकलने दें.
क्या कहता है मौसम विभाग : लोगों को आने वाले कुछ दिनों में भी गरमी से राहत मिलने की संभावना नहीं है. मौसम विभाग की मानें तो आने वाले सप्ताह में भी लोगों को ऐसे ही भीषण गरमी का सामना करना पड़ेगा. आनेवाले दिनों में तापमान इसी तरह बना रहेगा.