तीन माह से सप्लाइ पानी बंद

नगरवासियों में बढ़ रहा पीएचइडी के प्रति आक्रोश कोईलवर : वैशाख की तपती धरती, चिलचिलाते धूप ऊपर से शरीर को झुलसाते लू के थपेड़े, प्यास तो बढ़ेगी ही मगर प्यास बुङोगी कैसे? नगर पंचायत कोईलवर समेत प्रखंड के अन्य क्षेत्रों में प्यास बुझाने की सरकारी तंत्र की कवायद विफल नजर आ रही है़ जैसे-जैसे गरमी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2015 7:26 AM
नगरवासियों में बढ़ रहा पीएचइडी के प्रति आक्रोश
कोईलवर : वैशाख की तपती धरती, चिलचिलाते धूप ऊपर से शरीर को झुलसाते लू के थपेड़े, प्यास तो बढ़ेगी ही मगर प्यास बुङोगी कैसे? नगर पंचायत कोईलवर समेत प्रखंड के अन्य क्षेत्रों में प्यास बुझाने की सरकारी तंत्र की कवायद विफल नजर आ रही है़
जैसे-जैसे गरमी का पारा चढ़ता जा रहा है, लोगों के सामने पेयजल की समस्या बढ़ती जा रही है़ बढ़ती गरमी के साथ जल स्तर भी नीचे गिरता जा रहा है़ चापाकल, कुएं, पोखर सहित अन्य पारंपरिक जल स्त्रोत गिरते जल स्तर के साथ सूखते जा रहे हैं, लोग प्यास बुझाने के लिए सोननद के पानी का भी सहारा ले रहे हैं
नगर पंचायत कोईलवर में लगा लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग का जलमीनार भी शोभा की वस्तु बनी हुई है़ सप्लाइ पानी के पाइप लाइन में गड़बड़ी के कारण तीन महीने से नगरवासियों के आधी आबादी को पेयजल के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है़ सप्लाइ पानी नहीं मिलनेवाले उपभोक्ता बार-बार कोईलवर स्थित कार्यालय में शिकायत ले पहुंचते हैं, लेकिन कर्मियों के हठधर्मिता के कारण पाइप लाइन नहीं बनाया जा सका है़
वहीं स्थानीय कर्मी वरीय पदाधिकारियों का हवाला देते हुए अपनी असमर्थता जताते हैं. विभाग के नजर अंदाजीवाले रवैये के कारण नगरवासियों में भारी आक्रोश उत्पन्न होता जा रहा है़

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