संवाददाता, आरा
पुलिस अधीक्षक कार्यालय कक्ष में अश्वासरोही सैन्य पुलिस बल के आइजी एके अंबेदकर ने शाहाबाद प्रक्षेत्र के डीआइजी अजिताभ कुमार, एमएमपी के डीआइजी तथा भोजपुर,बक्सर, रोहतास एवं कैमूर के पुलिस अधीक्षक के साथ सांप्रदायिक दंगों की घटनाओं पर रोक लगाने को लेकर समीक्षात्मक बैठक की. बैठक में आइजी ने सभी पुलिस अधीक्षकों से जिला पुलिस बल को कंपनियों में बांटने का निर्देश दिया है. पूर्व के दंगे में शामिल असामाजिक तत्वों तथा इससे ऐसे लोगों के संपर्क में रहनेवाले असामाजिक तत्वों को चिह्न्ति कर 107 के तहत निरोधात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. साथ ही सांप्रदायिक हिस्सा की घटनाओं पर अंकुश लगाने को लेकर जिले में दंगा रोधी कंपनी का गठन करने को भी कहा गया है.
आइजी ने कहा कि पूर्व के दंगे में शामिल असामाजिक तत्वों द्वारा भविष्य में यदि दंगा भड़काने का प्रयास किया जाता है, या उनकी संलिप्तता पायी जाती है, तो ऐसे लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि जिला पुलिस बल के सौ पुलिस बल को मिला कर एक कंपनी बनाने का निर्देश दिया है. इस तरह से जिले में कुल आठ पुलिस कंपनी का गठन किया गया है. आइजी ने बैठक के दौरान सांप्रदायिक दंगा से जुड़े शाहाबाद प्रक्षेत्र के लंबित कांडों की समीक्षा की. ऐसे लंबित कांडों का त्वरित गति से निष्पादन करते हुए ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. बैठक के दौरान सांप्रदायिक दंगा से जुड़े संवेदनशील गांव के संबंध में भी पुलिस अधीक्षकों से जानकारी प्राप्त की. साथ ही आइजी ने दंगा से निबटने को लेकर पुलिस अधीक्षकों को कई टिप्स दिये. वहीं दूसरी ओर आइजी ने एमएमपी का भी निरीक्षण किया. घोड़ों के रख- रखाव की बेहतर स्थिति पर संतोष जताया. साथ ही एमएमपी के समादेष्टा नताशा गुड़िया के कार्यो की प्रशंसा करते हुए आइजी ने कहा कि इनके समय में पंजाब से खरीद किये गये आठ घोड़े अच्छी नस्ल के हैं. एमएमपी के रख -रखाव और साफ- सफाई की स्थिति पर भी संतोष जताया.
बैठक में शाहाबाद के डीआइजी अजिताभ कुमार,एमएमपी के डीआइजी अजय कुमार मिश्र, पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह, एमएमपी समादेष्टा नताशा गुड़िया, कैमूर एसपी, बक्सर एसपी, रोहतास एसपी, एएसपी विकास कुमार, सभी डीएसपी उपस्थित थे.