राजनेता के साथ एक प्रबुद्ध पाठक थे बाबूजी : मीरा कुमार

आरा : पूर्व उपप्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की पुण्यतिथि विभिन्न संगठनों द्वारा मनायी गयी. कांग्रेस कार्यालय में जिला कांग्रेस अध्यक्ष त्रिवेणी सिंह की अध्यक्षता में पुण्यतिथि का आयोजन किया गया, जिसमें लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं. उन्होंने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम में शहीदों द्वारा राष्ट्रहित में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 8, 2015 8:42 AM
आरा : पूर्व उपप्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की पुण्यतिथि विभिन्न संगठनों द्वारा मनायी गयी. कांग्रेस कार्यालय में जिला कांग्रेस अध्यक्ष त्रिवेणी सिंह की अध्यक्षता में पुण्यतिथि का आयोजन किया गया, जिसमें लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं.
उन्होंने अपने संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम में शहीदों द्वारा राष्ट्रहित में दी गयी कुरबानी पर विस्तार से प्रकाश डाला. उन्होंने समता मूलक समाज के निर्माण एवं ऊंच-नीच का भेद मिटाने में बाबू जी द्वारा किये गये कार्यो पर गर्व प्रकट किया. जिलाध्यक्ष त्रिवेणी प्रसाद सिंह ने कहा कि जिले के लाल हमेशा राष्ट्र को गौरवान्वित करते रहे हैं. इस मौके पूर्व विधान पार्षद डॉ अजय कुमार सिंह, श्रीधर तिवारी, अंबिका पांडेय,जंग बहादुर सिंह, रघुराज ओझा, तीर्थ नाथ दूबे, आशुतोष ठाकुर, संतोष पांडेय, रामअयोध्या सिंह, निर्मल कुमार सिंह आदि थे.
डॉ मीरा कुमार ने कहा कि आज भारत की संस्कृति व सभ्यता को वैसे बचाने की जरूरत है. जैसे झंझावत में दीपक की लव को दोनों हथेलियों से ढंक कर बचाया जाता है. आज लोगों में पढ़ने की आदत समाप्त होती जा रही है. पाठकीयता का संकट गहराता जा रहा है, जो खतरनाक दौर का द्वार खोल रहा है. इसे हमें बचाना होगा. उन्होंने कहा कि बाबू जी राजनेता के साथ एक प्रबुद्ध पाठक भी थे. इस मौके पर रामेश्वर प्रसाद, नित्या नंद वर्मा, ओम प्रकाश केसरी आदि थे.
किया गया पौधारोपण : शिक्षकों एवं कर्मचारियों ने भी माल्यार्पण किया. इस दौरान एनसीसी एवं एनएसएस के द्वारा कॉलेज में रुद्राक्ष एवं चंदन का पौधारोपण मीरा कुमार, कुलपति सहित विश्वविद्यालय के अन्य अधिकारियों के द्वारा किया गया. प्राचार्या डॉ आभा सिंह ने कॉलेज की समस्याओं से कुलपति एवं मीरा कुमार को अवगत कराया. उन्होंने कहा कि कॉलेज की सबसे बड़ी समस्या जलजमाव है. इस दौरान डॉ कृष्ण कुमार, डॉ दिनेश प्रसाद सिन्हा आदि थे.

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