निकाला जुलूस, दी गिरफ्तारी

मांगों के समर्थन में सड़क पर उतरीं सेविका-सहायिकाएं आरा : बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन जिला इकाई द्वारा जारी हड़ताल के क्रम में लगभग पांच हजार सेविका-सहायिकाओं ने समाहरणालय के समक्ष सड़क पर उतर कर नारे बाजी की. जेल भरो अभियान कार्यक्रम के तहत सेविका-सहायिकाओं ने अपनी गिरफ्तारी भी दी. इससे पूर्व सेविका-सहायिकाओं का जुलूस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 10, 2015 11:49 PM
मांगों के समर्थन में सड़क पर उतरीं सेविका-सहायिकाएं
आरा : बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी यूनियन जिला इकाई द्वारा जारी हड़ताल के क्रम में लगभग पांच हजार सेविका-सहायिकाओं ने समाहरणालय के समक्ष सड़क पर उतर कर नारे बाजी की. जेल भरो अभियान कार्यक्रम के तहत सेविका-सहायिकाओं ने अपनी गिरफ्तारी भी दी.
इससे पूर्व सेविका-सहायिकाओं का जुलूस वीर कुंवर सिंह रमना मैदान से निकाला गया, जो विभिन्न मार्गो से होते हुए समाहरणालय पहुंच सभा में तब्दील हो गया. जुलूस का नेतृत्व में जिला महासचिव पूनम देवी तथा प्रमोद कुमार सिंह ने किया. अपने संबोधन में पूनम देवी ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की उपेक्षापूर्ण एवं भेदभाव पूर्ण नीति के कारण सेविका-सहायिकाएं अपने को अपमानित एवं कुंठित महसूस कर रही है, जबकि केंद्र व राज्य सरकार महिला सशक्तीकरण का झूठा वादा कर आम जनता एवं महिलाओं को बरगलाने की काम कर रही है.
आगामी चुनाव में सेविका-सहायिका करो या मरो के नारे के साथ सड़क पर उतर कर दोनों सरकारों को सबक सिखाने का काम करेगी. समय से पहले हमारी मांगों को नहीं माना गया, तो सरकार के सभी आइसीडीएस एवं गैर आइसीडीएस कार्यो को ठप कर कार्यालयों में तालाबंदी की जायेगी. आंदोलन की अगली कड़ी में 12 अगस्त को पटना मुख्यमंत्री का घेराव किया जायेगा. सभा के बाद एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिल कर गिरफ्तारी की सूची सौंपा.
मुख्य मांगों में सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने, सेविका को 15 हजार रुपये तथा सहायिका को 10 हजार कम-से-कम वेतन देने, अन्य राज्य सरकारों की तरह सेविका को 4200 तथा सहायिका को 21 सौ अतिरिक्त परोत्साहन देने, सेवा शर्तो को लागू करने, सेवानिवृत्ति की उम्र 65 वर्ष करने, सेवा पुस्तिका का संधारण, पोषाहार क टौती पर रोक लगाने, मानदेय प्रथा समाप्त कर वेतन मान लागू करने सहित 15 सूत्री मांग शामिल है.
इस मौके पर गीता पांडेय, प्रमोद कुमार सिंह, नंदिनी पांडेय, सुनीता देवी, शोभा देवी निर्मला देवी, बबिता देवी, धर्मशीला देवी, अनिता देवी, आशा सिन्हा, कमला देवी, धर्मशीला देवी, नीलम देवी, अनिता देवी, उपेंद्र कुमार आदि थे.

Next Article

Exit mobile version