आरा : जिले में दुर्गा पूजा पर्व के दौरान विधि-व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने को लेकर जिला प्रशासन ने कमर कस ली है. शहर में दशहरा पूजा त्योहार का लुफ्त शहरवासी सौहार्दपूर्ण वातावरण में भयमुक्त होकर उठाये.
इसको लेकर जिला प्रशासन ने पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम की है. जिलाधिकारी डॉ विरेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि दशहरा पूजा के दौरान विधि-व्यवस्था संधारण को लेकर जिले में 101 स्थानों पर दंडाधिकारियों के साथ पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गयी है.
वहीं पूजा समितियों से पूजा पंडालों में कम से कम तीन द्वार खोले जाने (रखने को) कहा गया है. पूजा पंडालों एवं जुलूसों में आपत्तिजनक झांकी, धार्मिक उन्मादवाले पोस्टर तथा दृश्य पर सख्ती से रोक लगायी गयी है. इस संबंध में पूजा समितियों को सख्त हिदायत दी गयी है.
डीएम ने कहा कि विधि-व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने को लेकर सभी पदाधिकारियों की सभी प्रकार की छुट्टियां रद्द कर दी गयी है. डीएम ने कहा कि दशहारा में प्राय: लोग अपने परिवारों के साथ शहर में घुमने के लिए निकलते हैं.
ऐसे में अंधेरा हो जाने से आपराधिक घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है. इसको ध्यान में रखते हुए कार्यपालक अभियंता विद्युत को 20-23 अक्तूबर तक विद्युत आपूर्ति नियमित रूप से बहाल रखने का निर्देश दिया गया है.
पेयजल की व्यवस्था
जिलाधिकारी ने कहा कि चौक-चौराहों तथा रामलीला मैदान में नगर आयुक्त को पानी टैंकर की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है.
घुड़सवार पुलिस रहेगी तैनात
डीएम ने कहा कि घोड़सवार पुलिस व्यवस्था को तैयारी हालत में रखने का परिचारी प्रवर एमएमपी को निर्देश दिया गया है ताकि कभी भी जरूरत पड़ने पर 15 मिनट के अंदर घुड़सवार पुलिस कंट्रोल रूम में हाजिर हो जाये.
तीसरी आंखे रखेगी नजर
शहरी क्षेत्रों में दशहरा पूजा के दौरान भीड़-भाड़ पर नजर रखने को लेकर चौक-चौराहों पर सीसीटीवी कैमरा लगायी जायेगी ताकि पुलिस प्रशासन के साथ-साथ सीसीटीवी से भी नजर रखी जा सकेगी.
एसडीओ व एसडीपीओ रहेंगे वरीय प्रभारी : पूजा के दौरान अपने-अपने कार्य क्षेत्र के विधि-व्यवस्था के संपूर्ण वरीय प्रभार में अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी रहेंगे. ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित प्रतिमाओं के पास विधि-व्यवस्था संधारण के लिए
संबंधित प्रतिष्ठान पदाधिकारी
अपने स्तर से पुलिस बल चौकीदार दफादार की प्रतिनियुक्ति करना
सुनिश्चित करेंगे.