राष्ट्रीय उच्च पथ 30. संतुलन खोने से चालकाें की मुसीबत बढ़ी

सड़क पर पसरा है बालू दोपहिया वाहनचालक व राहगीरों को हो रही परेशानी कोइलवर : राष्ट्रीय उच्च पथ 30 से लेकर ऐतिहासिक अब्दुलबारी पुल के अंदर से लेकर बाहर तक चारों ओर सड़कों के दोनों ओर बालू पसरा हुआ है़ इससे दोपहिया वाहनचालकों के साथ आम राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2016 4:27 AM

सड़क पर पसरा है बालू

दोपहिया वाहनचालक व राहगीरों को हो रही परेशानी
कोइलवर : राष्ट्रीय उच्च पथ 30 से लेकर ऐतिहासिक अब्दुलबारी पुल के अंदर से लेकर बाहर तक चारों ओर सड़कों के दोनों ओर बालू पसरा हुआ है़ इससे दोपहिया वाहनचालकों के साथ आम राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है़ सड़कों पर पसरे बालू के कारण दोपहिया वाहनचालक व साइकिल सवार गिर कर जख्मी हो रहे है़ं उनकी सुधि लेनेवाला कोई नहीं है़ आये दिन पथों पर पसरे बालू में फंस लोग जख्मी हो अस्पताल पहुंच रहें है,
तो कुछ लोगों की दुघर्टना में जान तक चली गयी है़ बीते वर्ष में पुल के पूर्वी छोर पर मोटरसाइकिल सवार बालू में फंस अनियंत्रित हो ट्रक की चपेट में आ गया़, जिससे उक्त युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी़ सड़कों के किनारे पसरे हुए बालू पर जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक स्तर पर उसे हटवाने के लिए किसी प्रकार की पहल नहीं है़
सड़कों पर कैसे आता है बालू : कोइलवर, धंडीहा, खनगांव, फरहंगपुर, चांदी समेत अन्य बालू घाटों से ट्रकों व ट्रैक्टर पर ओवरलोड बालू सड़कों के किनारे गिर पसर जाता है़ आलम है कि कोइलवर स्थित ऐतिहासिक पुल के उत्तरी लेन में बालू की मोटी परत जम गयी है़ पुल के पश्चिमी व पूर्वी छोर के प्रवेश द्वार पर गिरे बालू में लोग फंस गिर रहे है़ं कोइलवर के गैरया घाट, टीबी सेंटोरियम घाट, स्टेशन रोड, चांदी चौक, खनगांव, अखंगाव, कोशीहान समेत कई स्थानों व एनएच के दोनों किनारे पर बालू पसरा है़
बालू से वाहनचालकों की फजीहत : कोइलवर सड़क पुल में भी बालू पसरा पड़ा है़, जिससे दोपहिया वाहन व साइकिल सवारों को भारी परेशानी होती है. पुल में बालू व धूल पसरे होने के कारण बरसात के दिनों में पथों से पानी निकलने के लिए बनाये गये सैकड़ों होल बालू के कारण जाम हो गया है, जो पुल की सड़क को क्षतिग्रस्त करने के लिए काफी है़ लेकिन, प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं जाता है़

Next Article

Exit mobile version