दो और के हाथ :आइजी

वाहन चालक की गिरफ्तारी और पूछताछ से कई सच आये सामने आरा : भाजपा नेता विशेश्वर ओझा की हत्या का सच परत दर परत खुलना शुरु हो गया है. पुलिस की बढ़ती दबिश के कारण एक-एक कर तीन नामजद कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं.जबकि फरार चल रहे और नामजदों की गिरफ्तारी को लेकर जोनल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 20, 2016 11:40 PM
वाहन चालक की गिरफ्तारी और पूछताछ से कई सच आये सामने
आरा : भाजपा नेता विशेश्वर ओझा की हत्या का सच परत दर परत खुलना शुरु हो गया है. पुलिस की बढ़ती दबिश के कारण एक-एक कर तीन नामजद कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं.जबकि फरार चल रहे और नामजदों की गिरफ्तारी को लेकर जोनल आइजी कुंदन कृष्णन के निर्देश पर एसपी के नेतृत्व में गठित टीम यूपी से लेकर बंगाल तक छापेमारी कर रही है.लेकिन सबसे अलग एक बात यह है कि भाजपा नेता की हत्या में सात नामजद के अलावा दो लोग और हैं जिनकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस दिन रात एक किये हुए है.
पुलिस ने जब वाहन चालक को गिरफ्तार किया तो हत्या कांड से जुड़े कई और सच सामने आ गये.अनुसंधान में किसी प्रकार की बाधा नहीं पहुंचे इसके लिए इनके नामों का खुलासा नहीं किया जा रहा है.जोनल आइजी ने बताया कि विशेश्वर ओझा की हत्या में दो और लोगों के हाथ होने से इंकार नहीं किया जा सकता है.उन लोगों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगी हुई है.पुख्ता साक्ष्य पुलिस को जैसे ही मिलेगा उसे गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
उन्होंने कहा कि टीम अभी हरेश और ब्रजेश की गिरफ्तारी को लेकर लगी हुई है.हत्या के बाद जिस वाहन से हरेश और ब्रजेश तथा उसके साथी भागे थे उस वाहन को भी बरामद कर लिया गया है.पुलिस फरार चलने की स्थिति में नामजदों के घर की कुर्की जब्ती की भी कार्रवाई कर चुकी है.
भाजपा नेता हत्या में सात नामजद व अन्य के खिलाफ दर्ज करायी गयी थी प्राथमिकी : भाजपा नेता विशेश्वर ओझा को 12 फरवरी की देर शाम सोनवर्षा बाजार में नामजद लोगों ने गोलियों से छलनी कर दिया था.जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गयी थी.इस गोली बारी में वाहन के चालक राकेश ओझा और देकुली पंचायत के मुखिया पति कमलदेव ओझा जख्मी हो गये थे.
इस घटना के बाद राजनाथ ओझा के बयान पर हरेश मिश्रा,ब्रजेश मिश्रा,हरेंद्र सिंह,पप्पू सिंह,उमाकांत मिश्रा, टुन्नी मिश्रा तथा विकास मिश्रा के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
कई सफेदपोश पर भी गिर सकती है गाज :
बिहार भाजपा के उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा की हत्या में पुलिस की गाज कई सफेदपोश लोगों पर भी गिर सकती है.कई नेता ओझा के परिजनों से मुलाकात के बाद यह कह चुके हैं कि भाजपा नेता की हत्या के पीछे राजनीतिक द्वेष है.इसको लेकर भी पुलिस जांच कर रही है.भारत सरकार के खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने हत्याकांड की जांच सीबीआइ से कराने की मांग भी की है.आने वाले दिनों में कई सफेदपोश लोगों के चेहरे भी सामने आ सकते हैं.
हरेश और ब्रजेश की गिरफ्तारी बनी पुलिस के लिए चुनौती : विशेश्वर ओझा की हत्या में शामिल ब्रजेश और हरेश की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस दिन रात एक किये हुए है.लेकिन दोनों भाई अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.इनकी गिरफ्तारी भी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है.
पुलिस वैसे सब जगहों पर छापेमारी कर रही है,जहां उनके छुपे होने की अाशंका है.अंतिम लोकेशन कोलकाता में मिलने के बाद टीम को वहां भी भेजा गया है.जो संबंधित जगहों पर छापेमारी कर रही है.हत्या के बाद से ही यूपी और बिहार के दियारा के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी छापेमारी कर रही है.

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