आयोजन . भाजपा नेता के श्राद्धकर्म में जुटे कई दिग्गज लोग, कहा
इंसाफ मिलने तक चुप नहीं रहेंगे भाजपा नेता विशेश्वर ओझा के श्राद्धकर्म के अवसर पर गुरुवार को उनके पैतृक गांव ओझवलिया में ब्रम्ह्भोज का आयोजन किया गया आरा/ बिहिया/शाहपुर :गुरुवार की सुबह 10 बजे से आयोजित ब्रह्मभोज देर शाम तक चलता रहा, जिसमें प्रदेश के कई वरिष्ठ भाजपा नेता समेत अन्य दलों के लोग शामिल […]
इंसाफ मिलने तक चुप नहीं रहेंगे
भाजपा नेता विशेश्वर ओझा के श्राद्धकर्म के अवसर पर गुरुवार को उनके पैतृक गांव ओझवलिया में ब्रम्ह्भोज का आयोजन किया गया
आरा/ बिहिया/शाहपुर :गुरुवार की सुबह 10 बजे से आयोजित ब्रह्मभोज देर शाम तक चलता रहा, जिसमें प्रदेश के कई वरिष्ठ भाजपा नेता समेत अन्य दलों के लोग शामिल हुए़ ब्रह्मभोज के लिए स्व विशेश्वर ओझा के घर के समीप ही स्थित नदी के किनारे विशाल-सा पंडाल बनाया गया था, जहां पर आगन्तुक लोगों को खिलाने की व्यवस्था की गयी थी़ आगन्तुक लोगों द्वारा स्व विशेश्वर ओझा के तैलचित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी़ पूरे दिन लोगों का ओझवलिया आने का तांता लगा रहा़ भाजपा नेता विशेश्वर ओझा की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जाता रहा
कि उनके श्राद्धकर्म में राज्य के विभिन्न हिस्सों से हीं नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश, झारखंड व बंगाल से भी कई लोग शामिल हुए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की़ इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय, भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री संजय जोशी, पूर्व मंत्री डॉ सुखदा पांडेय, पूर्व विधायक अमरेन्द्र प्रताप सिंह, पूर्व विधायक संजय टाईगर, पूर्व मंत्री सोनाधारी यादव, पूर्व विधायक शिवेश राम, विधान पार्षद राधाचरण सेठ, पूर्व विधायक राजन तिवारी, पूर्व जिला पार्षद हाकिम प्रसाद, भाजपा के विश्वनाथ राम समेत अन्य मौजूद थे.
आम से लेकर खास तक हुए आयोजन में शामिल
पुलिस बल की तैनाती की गयी थी
भाजपा नेता के श्राद्धकर्म को लेकर शाहपुर से ओझवलिया गांव तक प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे़ कार्यक्रम में विधि व्यवस्था व सुरक्षा इंतजाम को लेकर शाहपुर, सहजौली, भरौली बाजार, भरौली पुल, पड़सौरा के समीप, सोनवर्षा गांव मोड़, करनामेपुर बाजार व ओझवलिया में भारी तादाद में पुलिस बल की तैनाती की गयी थी़ इस दौरान बिहिया, तीयर, करनामेपुर, शाहपुर व बहोरनपुर थानों की पुलिस के अलावा जिला से भी आये पुलिस बल की तैनाती की गयी थी़ वहीं विधि व्यवस्था को लेकर जगदीशपुर एसडीपीओ द्वारिका पाल व एसडीएम बालमुकुंद प्रसाद भी जायजा लेते देखे गये़ भाजपा नेता की हत्या से दुखित हजारों लोगों ने ओझवलिया पहुंच कर उन्हें नम आंखों से श्रद्धांजलि तो अर्पित की, परन्तु उनमें से कई लोग खाना खाने की हिम्मत नहीं जुटा सके़ कुछ लोगों का कहना था कि विशेश्वर ओझा अब हमारे बीच नहीं हैं, इसका अबतक उन्हें यकीन नहीं हो पा रहा है़ लोगों ने पीडि़त परिजनों का कुशल क्षेम पूछकर उन्हें सांत्वना भी दी़
इस दौरान लोगों के चेहरे पर उदासी स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो रही थी़
सभा कर ओझा को दी गयी श्रद्धांजिल
भाजपा नेता विशेश्वर ओझा का गमगीन माहौल में श्राद्धकर्म गुरुवार को उनके पैतृक गांव ओझवलियां में सम्पन्न हो गया.श्राद्धकर्म और श्रद्धांजलि सभा में भाग लेने के लिए कई राजनीतिक दिग्गज भी जुटे हुए थे.पूरे दिन विशेश्वर ओझा अमर रहे के नारे लगते रहे.सुबह से ही उनके चाहनेवालों का ताता उनके गांव में लगा हुआ था.नम आंखों के बीच बस एक ही सवाल उठ रहा था कि आखिर कब ब्रजेश और हरेश मिश्रा की गिरफ्तारी होगी.
श्राद्धकर्म में भाग लेने के लिए यूपी,झारखंड और बिहार के कई जिलों से हजारों की संख्या में उन्कें समर्थक ओझवलियां गांव पहुंचे थे.श्राद्धकर्म को देखते हुए किसी प्रकार की विधि-व्यवस्था कि समस्या न उत्पन्न हो इसके लिए भारी मात्रा में पुलिस बलों की तैनाती की गयी थी.
इसके साथ ही सीमावर्ती इलाकों पर पुरी तरह से नजर रखी जा रहीं थी.भाजपा नेता की हत्या के तेरह दिन बीत जाने के बाद भी मुख्य आरोपित पुलिस गिरफ्त से बाहर है.पूरे दिन ओझवलियां गांव में वाहनों का आना-जाना लगा रहा.इस बीच उनके समर्थक विशेश्वर ओझा अमर रहे के नारे लगा रहे थे.
ओझवलियां तक लगाये गये थे जवान
भाजपा नेता के श्राद्धकर्म को लेकर कई जगहों पर पुलिस बल के जवानों की तैनाती की गयी थी.वहीं आने-जाने वाले लोगों पर पुलिस पैनी नजर रखे हुई थी.इसके साथ ही दियारा इलाके तथा गंगा नदी के तटीय क्षेत्रों पर भी पुलिस अपनी नजर रखी हुई थी.
12 फरवरी को सोनवर्षा बाजार में हुई थी हत्या
भाजपा नेता विशेश्वर ओझा की हत्या सोनवर्षा बजार में 12 फरवरी को नामजद लोगों द्वारा गोली मारकर कर दी गयी थी.भाजपा नेता को कुल ग्यारह गोली मारी गयी थी. इस गोली बारी में वाहन के चालक राकेश ओझा और मुखिया पति कमलदेव ओझा को भी गोली लगी थी.हत्या करने के बाद सभी नामजद हथियार लहराते हुए फरार हो गये थे.
इस घटना के बाद राजनाथ ओझा के बयान पर ब्रजेश मिश्रा,हरेश मिश्रा,हरेंद्र सिंह,पप्पु सिंह,उमाकांत मिश्रा , टून्नी मिश्रा तथा वसंत मिश्रा के खिलाफ एफआइआर दर्ज करायी गयी थी.