अपहर्ताओं को चकमा देकर भाग निकला दिल्ली का अपहृत छात्र
चाकू के बल पर कर लिया गया था अगवा बिहिया स्टेशन पर मौका देख भाग कर पहुंच गया एएसएम के पास मूलत: छपरा के रहनेवाले हैं उसके पिता आरा/बिहिया : दिल्ली से अपहरण कर ट्रेन से बिहार लाये जा रहे छात्र द्वारा अपहर्ताओं को चकमा देकर बिहिया रेलवे स्टेशन पर उतर जाने का एक मामला […]
चाकू के बल पर कर लिया गया था अगवा
बिहिया स्टेशन पर मौका देख भाग कर पहुंच गया एएसएम के पास
मूलत: छपरा के रहनेवाले हैं उसके पिता
आरा/बिहिया : दिल्ली से अपहरण कर ट्रेन से बिहार लाये जा रहे छात्र द्वारा अपहर्ताओं को चकमा देकर बिहिया रेलवे स्टेशन पर उतर जाने का एक मामला प्रकाश में आया है. छात्र का नाम पुष्कर सिंह (17 वर्ष) बताया जाता है,
जो कि दिल्ली के बदरपुर निवासी दिलीप सिंह का पुत्र है. उक्त छात्र को बिहिया रेलवे स्टेशन पर मौजूद जीआरपी ने अपने कब्जे में कर उसके परिजनों को सूचित कर दिया है, जिसे लेने के लिए उसके परिजन दिल्ली से चल चुके हैं. वहीं, जीआरपी के रामाधार सिंह ने बताया कि छात्र के अपहरण को लेकर दिल्ली के अमर कॉलोनी थाने में अज्ञात लोगों के विरुद्ध कांड संख्या 148/16 के तहत एक मामला दर्ज कराया गया है. जीआरपी ने इस मामले की जानकारी दिल्ली पुलिस को भी दे दी है.
घटना के बारे में बताता है पुष्कर : छात्र पुष्कर ने बताया कि वह नयी दिल्ली के लाजपत नगर स्थित खालसा सीनियर सेकेंड्री स्कूल का मैट्रिक का छात्र है़ मंगलवार की दोपहर में वह अपने विद्यालय से मैट्रिक की परीक्षा देकर अपने घर जा रहा था़ रास्ते में वह यह यूरिनल पर पेशाब करने रूका. इसी दौरान दो युवक वहां आ पहुंचे और चाकू का भय दिखा कर उसे अपनी बाइक पर बैठा नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन ले आया. छात्र ने बताया कि उक्त लोगों ने उसे स्टेशन पर खड़ी संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में बैठा दिया और नशा सूंघा कर बेहोश कर दिया.
छात्र ने बताया कि बुधवार की अहले सुबह ट्रेन जब मुगलसराय से निकली, तो उसकी आंख खुली. इस दौरान बिहिया से शटल ट्रेन के आगे जाने के कारण संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस बिहिया रेलवे स्टेशन पर बुधवार की सुबह 6.40 में आकर खड़ी हो गयी और छात्र अपहर्ताओं को चकमा देकर ट्रेन से उतर का स्टेशन पर स्थित पैनल रूम में एएसएम बीके पांडेय के पास पहुंच कर रोते हुए उन्हें अपनी आपबीती सुनायी. स्टेशन मास्टर ने छात्र को जीआरपी को सौंप दिया.
छात्र की इस चतुराई व हिम्मत से वह अपहर्ताओं के चंगुल से बच निकलने में कामयाब हो गया. छात्र ने बताया कि मूलत: उनका परिवार छपरा का रहनेवाला है तथा विगत लगभग 20 वर्षों से वे लोग दिल्ली में ही रहते हैं. बताया कि उसके पिता प्राइवेट तौर पर गाड़ी चलाने का काम करते हैं. वहीं, रेल पुलिस के रामाधार सिंह ने बताया कि छात्र के परिजनों के आने पर उनकी पहचान कर छात्र को उसके परिजनों को सौंप दिया जायेगा़