आरा : दूल्हा परिछावन में चली गोली, एक बच्चे की मौत
आरा : भोजपुर जिले के बिहिया थाने के झौंवा गांव में उस समय अफरा-तफरी मच गयी, जब दूल्हा परिछावन के वक्त की जा रही फायरिंग से एक बच्चे की मौत हो गयी, जबकि दो बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो गये. घायल बच्चों को सदर अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने दोनों की स्थिति को […]
आरा : भोजपुर जिले के बिहिया थाने के झौंवा गांव में उस समय अफरा-तफरी मच गयी, जब दूल्हा परिछावन के वक्त की जा रही फायरिंग से एक बच्चे की मौत हो गयी, जबकि दो बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो गये. घायल बच्चों को सदर अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने दोनों की स्थिति को गंभीर देखते हुए पटना रेफर कर दिया. सूचना मिलते ही एसपी क्षत्रनील सिंह के निर्देश पर मामले की जांच को लेकर जगदीशपुर के एसडीपीओ द्वारिका पाल घटनास्थल पर पहुंचे.
दूसरी ओर घायल बच्चों को लेकर परिजन जब अस्पताल पहुंचे, तो इलाज की कोई व्यवस्था नहीं देख कर वे आक्रोशित हो उठे. परिजनों ने जम कर अस्पताल परिसर में हंगामा किया. हंगामा देख चिकित्सक व अस्पताल के कर्मी भाग खड़े हुए. सूचना मिलते ही सदर एसडीओ नवदीप शुक्ला, एएसपी अभियान मो साजिद और सदर एसडीपीओ संजय कुमार सदर अस्पताल पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझा-बुझा कर शांत किया. जानकारी के अनुसार,
झौंवा गांव के राजेंद्र राम के पुत्र जितेंद्र की बारात उदवंतनगर थाना क्षेत्र के कल्याणपुर गांव में जानेवाली थी. बारात प्रस्थान करने के पहले दूल्हे का परिछावन चल रहा था. वहां बच्चे नाच व बाजा का आनंद ले रहे थे. इसी दौरान दूल्हे के भाई ने लाइसेंसी हथियार से फायरिंग कर दी, जिसमें लालबिहारी राम के पुत्र बिट्टू,
राजकुमार राम के पुत्र देवसागर और उमेश पांडेय के पुत्र राहुल कुमार गोली लगने से जख्मी हो गये. आनन-फानन में ग्रामीणों ने सभी घायल बच्चों को सदर अस्पताल पहुंचे, जहां इलाज के दौरान देवसागर की मौत हो गयी, जबकि राहुल व बिट्टू को पटना रेफर कर दिया गया. एसपी क्षत्रनील सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. हथियार को जब्त कर लाइसेंस को रद्द किया जायेगा.
घर में गूंज रही थीं शहनाइयां, मातम का माहौल
चाचा, हमारा क्या दोष, हम तो बाजा देख रहे थे
गोली लगने से जख्मी राहुल की स्थिति कुछ ठीक थी. सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाजरत राहुल से जब लोग घटना के संबंध में जानकारी ले रहे थे, तो बस वह इतनी ही बात कहता था कि हमनी का दोष रहे, हमनी के त परिछावन के दौरान गांव के नाच आ बाजा देखत रहिंजा. इतनी बात बोलने पर खडे लोगों की आंखें भर आयीं और लोग भावुक हो उठे.