परमेश्वर की सुंदर धरती को बचाना हमारा कर्तव्य : पास्टर

द होली सविर्यर चर्च में जल संरक्षण व वृक्ष लगाओ विषय पर जागरूकता अभियान आयोजित पानी बचाने के लिए वर्षा के जल का संचय जरूरी चर्च परिसर में अशोक के पौधे लगाये गये आरा : मारानाथा प्रेयर हाउस एवं सेवा भारत के तत्वावधान में गुरुवार को द होली सेविर्यर चर्च में जल संरक्षण एवं वृक्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 13, 2016 4:26 AM

द होली सविर्यर चर्च में जल संरक्षण व वृक्ष लगाओ विषय पर जागरूकता अभियान आयोजित

पानी बचाने के लिए वर्षा के जल का संचय जरूरी
चर्च परिसर में अशोक के पौधे लगाये गये
आरा : मारानाथा प्रेयर हाउस एवं सेवा भारत के तत्वावधान में गुरुवार को द होली सेविर्यर चर्च में जल संरक्षण एवं वृक्ष लगाओ विषय पर जागरूकता अभियान सह प्रेरक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत को-आॅर्डिनेटर कमलेश कुमार ने प्रार्थना व विशेष गीत मिलकर बोलो जय-जय-जय से हुई.
इसके उपरांत चर्च के पास्टर अनिल जीउत ने विभिन्न गांवों से आये प्रेरकों का स्वागत करते हुए कहा कि परमेश्वर ने बहुत ही सुंदर धरती का निर्माण किया है. इसे हरा-भरा बनाया, जिसे देख कर हम परमेश्वर की आराधना करते हैं. लेकिन आज अंधाधुंध पेड़ों को काट कर परमेश्वर की सुंदर रचना को नष्ट करने पर उतारू हैं. इससे परमेश्वर की सुंदर धरती की हरियाली नष्ट हो रही है. इसलिए आज हमें पेड़ लगाने और पानी बचाने की सख्त आवश्यकता है. जीउत ने कहा कि हम जानते हैं कि जल ही जीवन है. हम यह भी जानते है कि पेड़ों के कारण ही बादल और वर्षा के जल का निर्माण होता है, जिससे धरती की नमी बनती है. वहीं सेवा भारत के को-आॅर्डिनेटर ने कहा कि पेड़ बच्चे के समान होते हैं. हमें उनकी सुरक्षा की जिम्मेवारी लेनी होगी.
जबकि पानी बचाने के लिए वर्षा के जल का संचय जरूरी है. इसके लिए हमें अपने घरों के आसपास या अन्य उचित स्थानों पर गड्ढा खोद कर पानी का संचय करना होगा, तभी परमेश्वर की धरती को सुंदर व हरा-भरा रख सकते हैं. नहीं तो आने वाली हमारी पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी. इस अवसर पर चर्च के परिसर में अशोक का पौधा लगाया गया. इस कार्यक्रम में अन्नु आर्या, जानकी, गुड्डी, रितु, रजिया देवी, पुष्पा, सुशीला, बसंती, अनारकली, आशीष, विनोज कुमार विराट, अरविंद, महेंद्र, लालचंद, कृष्णा बिहारी, लता, उर्मिला, कमलेश, मुकुल यादव, प्रिंस, आराधना, अनमोल आदि उपस्थित थे. कार्यक्रम के अंत में उपस्थित प्रशिक्षणार्थियों को पोस्टर, पुस्तक एवं प्रमाणपत्र दिया गया.

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