ड्रग्स के साथ तीन तस्कर धराये
सफलता. अंतरराज्यीय ड्रग्स रैकेट का पुलिस ने किया खुलासा भोजपुर पुलिस को गुरुवार की देर रात एक बड़ी सफलता हाथ लगी. अंतरराज्यीय ड्रग्स रैकेट के तीन सदस्यों को अलग-अलग जगहों से धर दबोचा, जिनके पास से भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुआ. पुलिस गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ कर इस नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त […]
सफलता. अंतरराज्यीय ड्रग्स रैकेट का पुलिस ने किया खुलासा
भोजपुर पुलिस को गुरुवार की देर रात एक बड़ी सफलता हाथ लगी. अंतरराज्यीय ड्रग्स रैकेट के तीन सदस्यों को अलग-अलग जगहों से धर दबोचा, जिनके पास से भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद हुआ. पुलिस गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ कर इस नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त करने को लेकर लगी हुई है.
आरा : ड्रग्स रैकेट और धंधे में शामिल तस्करों के लिए भोजपुर अब महफूज नहीं रह गया है. इनके सफाये को लेकर पुलिस पूरी तरह से सख्त हो गयी है. पुलिस ने एक अंतरराज्यीय ड्रग्स रैकेट का खुलासा किया है. इसके साथ ही धंधे में शामिल तीन तस्करों को धर दबोचा, जिसमें पिता और पुत्र शामिल हैं.
पकड़े गये लोगों में नगर थाना क्षेत्र के सीके रोड निवासी मो सिद्दी के पुत्र मो रियाज और मो रियाज के पुत्र मो जावेद तथा चरपोखरी थाना क्षेत्र के कोइल गांव निवासी स्व कामेश्वर प्रसाद के पुत्र कृष्ण कुमार उर्फ अमरेंद्र कुमार बताये जाते हैं. एसपी ने बताया कि ड्रग्स माफिया के तार कई राज्यों से जुड़े हुए हैं, जिनके सफाये को लेकर पुलिस लगी हुई है. उन्होंने बताया कि सूचना मिली थी कि मध्य प्रदेश के उज्जैन से भारी मात्रा में ड्रग्स लेकर ट्रेन से कृष्ण कुमार उर्फ अमरेंद्र कुमार आ रहा है.
जो आरा से पटना सप्लाइ की जानेवाली है. सूचना मिलने के साथ ही प्रशिक्षु एसपी दयाशंकर के नेतृत्व में टीम गठित कर स्टेशन के समीप छापेमारी की गयी. जहां से एक सूटकेस के साथ कृष्ण कुमार को पकड़ा गया. जब उसकी जांच की गयी, तो उसके पास से सूटकेस के ऊपरी हिस्से में एक पीले रंग के लिफाफे में 500 ग्राम ड्रग्स मिली. पूछताछ के दौरान बताये गये निशानदेही पर पुलिस ने छापेमारी कर सीके रोड निवासी मो रियाज व मो जावेद को गिरफ्तार किया, जिनके पास से भी ड्रग्स बरामद हुआ.
ड्रग्स माफिया पहले पीने की आदत डलवाते थे, फिर कराते थे कैरी का काम
ड्रग्स माफिया अपने कारोबार को बदस्तूर जारी रखने के लिए पहले युवाओं को ड्रग्स पीने की लत लगाते थे. जब वह इसके आदी हो जाते थे, तो उन्हें प्रतिमाह नौ हजार रुपये देकर उनसे एक जगह से दूसरी जगह ड्रग्स पहुंचाने के काम कराने लगते हैं. ड्रग्स माफिया आसानी से युवाओं को अपना शिकार बना लेते हैं.
जब्त होगी संपत्ति, आर्थिक अपराध इकाई कर रही जांच
मादक पदार्थों की तस्करी के जरिये अकूत संपत्ति तस्करों ने अर्जित की है. एसपी ने बताया कि इनकी संपत्ति जब्त की जायेगी. इसके लिए आर्थिक अपराध इकाई को लिखा गया है. जो इसकी जांच करेगी. इसके पश्चात संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू की जायेगी.
ड्रग्स माफिया एसाइन्मेंट के लिए करते थे कोड वर्ड का इस्तेमाल
ड्रग्स माफिया खेप को एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाने के लिए कोड वर्ड का इस्तेमाल करते थे ताकि उनकी गोपनीयता बनी रही़ बस कारोबार में शामिल व्यक्ति ही इस कोडवर्ड की पहचान कर सकता है़ पूछताछ के दौरान तस्कर ने बताया कि एक पुड़िया देने पर 10 लोग हरि कीर्तन बजाते रहेंगे़ इसका मतलब एक डोज से दस आदमी इसकी गिरफ्त में आयेंगे़ इसके साथ ही कई कोड वर्ड का इस्तेमाल किया जाता था, जिसकी जानकारी जुटाने में पुलिस जुटी हुई है़
इसका आदी होने के लिए तीन डोज ही काफी
इस नशे का लत लगाने के लिए किसी को इसका तीन डोज दे दे, जिसके बाद वह पूरी तरह इसका आदि हो जायेगा़ नहीं मिलने पर पागलों जैसी हरकत करने लगता है़ एसपी ने बताया कि तीन दिन अगर इसका युवा इस्तेमाल कर ले, तो वह पूरी तरह से इस नशे की गिरफ्त में हो जायेगा़ इसके बाद गिरोह के सदस्य उसे अासानी से अपना शिकार बना लेंगे़
ड्रग्स लाने के लिए विशेष रूप से बनवाये गये थे सूटकेस
ड्रग्स की तस्करी करने को लेकर सूटकेस को विशेष रूप से बनवाया गया था. इससे यह साबित होता है कि इस धंधे में ये लोग वर्षों से जुड़े हुए हैं. सूटकेस के ऊपरी हिस्से में एक तह बनायी गयी थी, जिसमें बड़े आराम से उसमें ड्रग्स रखते थे. जांच करने के बाद भी इतनी आसानी से वे पकड़ में नहीं आते.
लेकिन भोजपुर पुलिस की आंखों में धूल झोंकना नाममुकिन था. पुलिस की पैनी निगाहों से सूटकेस का वह तह भी नहीं छुप पाया.
एक ग्राम हेरोइन से तैयार करते थे 15 पुड़िया, एक पुड़िया की कीमत 50 रुपये
पूछताछ के दौरान तस्करों ने बताया कि एक ग्राम हेरोइन से 15 पुड़िया हेरोइन तैयार की जाती थी. एक पुड़िया की कीमत 50 रुपये होती थी. इस हिसाब से बरामद ड्रग्स से 22185 पुड़िया हेरोइन तैयार होती थी. इसकी कीमत 1109250 लाख रुपये होती थी.
भोजपुर से पुराना रिश्ता है सफेद पाउडर के काले कारोबार का
ड्रग्स की बरामदगी भोजपुर में यह कोई पहली बार नही है. इस सफेद पाउडर के काला कारोबार से भोजपुर का पुराना नाता रहा है. गत वर्ष 10 अप्रैल को नगर थाना क्षेत्र के गौसगंज में छापेमारी कर हेरोइन के साथ छठु पासवान को गिरफ्तार किया था. इसके पहले भी वर्ष 2003 में दिल्ली से आयी नारकोटिक्स विभाग की टीम ने छापेमारी कर भारी मात्रा में हेरोइन बरामद की थी.
एसपी क्षत्रनील सिंह की टीम मैनेजिंग का ही असर था कि ड्रग्स माफियाओं तक पहुंचने में पुलिस को सफलता मिली. जैसे ही एसपी को ड्रग्स के बारे में सूचना मिली.
उन्होंने प्रशिक्षु एसपी दयाशंकर के नेतृत्व में टीम का गठन किया. इसमें अभियान एएसपी मो साजिद, सदर एसडीपीओ संजय कुमार, नवादा थानाध्यक्ष संजय शंकर, डीआईयू के प्रभारी सौरभ कुमार, शिव कुमार साह, संतोष कुमार, पप्पू कुमार, रवींद्र रजक तथा हवलदार रघुनाथ गोस्वामी और विजय कुमार को रखा गया. इसकी पूरी मॉनीटरिंग एसपी खुद कर रहे थे. उनके हर निर्देश का टीम बखूबी से पालन कर रही थी, जिसकी बदौलत टीम को सफलता मिली.
ये सामान हुए बरामद
1479 ग्राम हेरोइन-ब्राउन शूगर, सिंथेटिक्स ड्रग्स, तीन मोबाइल, 1430 रुपये, एक परिचय पत्र, दो उज्जैन से पटना तक के रेलवे टिकट.
बाप-बेटे मिल कर चलाते थे ड्रग्स का कारोबार
ड्रग्स का कारोबार बाप-बेटे मिलकर बखूबी चला रहे थे. कम ही दिनों में इनके पास ड्रग्स के जरिये अकूत संपत्ति अर्जित कर ली है. इसके पहले मो रियाज कपड़ा सिलाई का भी काम करता था. कुछ दिन पहले वह सऊदी अरब भी गया था. इस मामले में पुलिस कई बिंदुओं पर अनुसंधान कर रही है.
मोबाइल से खुलेगा ड्रग्स कारोबार का नेटवर्क
तस्करों के पास से पुलिस ने तीन मोबाइल बरामद किया है, जिनका सीडीआर निकालने में पुलिस जुट गयी है. एसपी ने बताया कि ड्रग्स के फैले नेटवर्क और कारोबार में शामिल लोगों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस लगी हुई है. इसके साथ ही दूसरे राज्यों की पुलिस से भी संपर्क कर रही है. कई नंबर पुलिस को मिले हैं, जिसके आधार पर कई और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है.
पटना में किसको करनी थी इतनी बड़ी खेप की सप्लाइ
बरामद ड्रग्स की सप्लाइ पटना में की जानी थी. इस मामले में अनुसंधान बाधित न हो और माफिया फरार न हो जाएं. इसके लिए कुछ भी बताने से पुलिस इनकार कर रही है. विश्वस्त सूत्रों की मानें, तो ड्रग्स की सप्लाइ एक होटल में की जानी थी. पुलिस उस माफिया की गिरफ्तारी को लेकर भी पटना पुलिस के संपर्क में है.