प्रतिवेदन नहीं देनेवाले संकुल समन्वयकों पर होगी कार्रवाई

आरा : जिले के 159 संकुल समन्वयकों को मुहिमपंजी, बालपंजी तथा विद्यालय नहीं जानेवाले बच्चों का नामांकन के साथ-साथ ईंट भट्ठों पर पलायित परिवारों के 6-14 आयु वर्ग के बच्चों से संबंधित विहित प्रपत्र 10 जुलाई तक जमा करने का निर्देश दिया गया है. बावजूद इसके कई संकुल समन्वयकों द्वारा अब तक प्रतिवेदन जमा नहीं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2016 6:29 AM

आरा : जिले के 159 संकुल समन्वयकों को मुहिमपंजी, बालपंजी तथा विद्यालय नहीं जानेवाले बच्चों का नामांकन के साथ-साथ ईंट भट्ठों पर पलायित परिवारों के 6-14 आयु वर्ग के बच्चों से संबंधित विहित प्रपत्र 10 जुलाई तक जमा करने का निर्देश दिया गया है. बावजूद इसके कई संकुल समन्वयकों द्वारा अब तक प्रतिवेदन जमा नहीं किया गया है. इस मामले को शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लेते हुए संकुल समन्वयकों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया है.

जिले के 3502 बच्चे नहीं जाते हैं विद्यालय : जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रारंभिक शिक्षा एवं सर्वशिक्षा अभियान इरशाद अंसारी ने बताया कि जिले में विद्यालय नहीं जानेवाले 3502 बच्चे चिह्नित किये गये हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 के तहत विद्यालय नहीं जानेवाले इन बच्चों का सापेक्ष कक्षा में नामांकन निकटतम विद्यालय में होना है. इसके बाद विद्यालय में इन बच्चों को विद्यालीय शिक्षक और श्रमसेवकों द्वारा विशेष प्रशिक्षण देकर मुख्य धारा से जोड़ने का प्रावधान है.
170 ईंट भट्ठों पर पलायित हैं 721 बच्चे : जिले में करीब संचालित 170 ईट भट्ठे हैं, जिस पर पलायित परिवार के 6-14 आयु वर्ग के 721 बच्चों को विद्यालय शिक्षा से जोड़े रखने का प्रावधान है. इस सबके बावजूद इन बच्चों को विद्यालय से जोड़ने को लेकर प्रखंड स्तर पर क्या अब तक कार्रवाई हुई. इस संबंध में बार-बार प्रतिवेदन मांगें जाने पर भी नहीं भेजा जा रहा है.

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