एक की मौत, छह पीड़ित जिले में डेंगू व चिकनगुनिया ने पसारा पांव

आरा : जिले में डेंगू व चिकनगुनिया ने पांव पसार चुका है. इस संक्रामक रोग से एक की मौत भी हो चुकी है. इससे जिले में भय का माहौल व्याप्त हो चुका है. वहीं, आरा नगर में चिकनगुनिया के एक मरीज की पहचान हुई है. आरा प्राइवेट बस स्टैंड के पास के रामाशिष पंडित का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2016 5:01 AM

आरा : जिले में डेंगू व चिकनगुनिया ने पांव पसार चुका है. इस संक्रामक रोग से एक की मौत भी हो चुकी है. इससे जिले में भय का माहौल व्याप्त हो चुका है. वहीं, आरा नगर में चिकनगुनिया के एक मरीज की पहचान हुई है. आरा प्राइवेट बस स्टैंड के पास के रामाशिष पंडित का पुत्र विश्वकर्मा पंडित को चिकनगुनिया से पीड़ित के रूप में पहचान की गयी है. दिल्ली में इस बीमारी से ग्रसित होने के बाद वहां के निजी क्लिनिक की सलाह पर घर आये तथा पीएमसीएच में जांच के दौरान इस बीमारी का पता चला. उनका इलाज पीएमसीएच में हो रहा है. उनकी स्थिति ठीक बतायी जाती है. दो दिनों बाद इनको अस्पताल से छुट्टी दे दी जायेगी.

जिले के सरकारी अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था नहीं : जिले के सबसे बड़े सदर अस्पताल सहित अन्य किसी भी सरकारी अस्पताल में इन रोगों के इलाज व जांच की कोई व्यवस्था नहीं है. मरीजों को पीएमसीएच का सहारा लेना पड़ता है.
ब्लड व प्लेटलेस नहीं है उपलब्ध : जिले के किसी भी सरकारी अस्पताल में ब्लड और प्लेटलेस उपलब्ध नहीं है. इससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
साफ-सफाई की स्थिति ठीक नहीं: जिले के सभी अस्पतालों में साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं है. जलजमाव एवं कूड़ों से अस्पतालों की स्थिति दयनीय है. शहर सहित जिले के अधिकतर गांवों में इन रोगों के निराकरण के लिए फॉगिंग भी अब तक नहीं करायी गयी है. इससे स्थिति काफी भयावह है. फॉगिंग के बिना इन रोगों के बढ़ने की आशंका बढ़ती जा रही है.
महज दो गांवों में हुई है फॉगिंग : बिहिया थाने के तेघरा में 16 अगस्त तथा चौरी थाने के धनछुहां में 17 अगस्त को फॉगिंग की गयी है.
दो को छोड़ सभी मरीज हो चुके हैं स्वस्थ : संदेश थाने के रामासाढ़ की आशा देवी का इलाज अभी पीएमसीएच में चल रहा है. वहीं, विश्वकर्मा पंडित का भी इलाज पीएमसीएच में चल रहा है, जबकि मोनालिशा जो चिकनगुनिया, डेंगु, एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम तथा जापानी इंसेफलाइटिस चारों रोगों से पीड़ित थी, उसकी मौत आठ जून को ही हो चुकी है. बाकी मरीज अस्पताल से स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं तथा अपने काम पर चले गये हैं.
जिले के अस्पतालों में इलाज की व्यवस्था नहीं
डेंगू के मरीज
कोइलवर प्रखंड के पचैना बाजार निवासी अंगद ठाकुर की सात वर्षीया पुत्री मोनालिशा कुमारी, चौरी थाने के धनछुहां गांव निवासी अजय कुमार के पुत्र 25 वर्षीय सारंधर कुमार, संदेश थाने के रामासाढ़ गांव निवासी अजीत कुमार की पत्नी 28 वर्षीया आशा देवी, बिहिया थाने के तेघरा गांव निवासी वीरेंद्र कुमार यादव के रिश्तेदार 40 वर्षीय हीरामन यादव तथा शाहपुर थाने के चंदाकेवटिया गांव निवासी 22 वर्षीय डीएस राठौर की पहचान डेंगू के मरीज के रूप में की गयी है.
कहां हुई बीमारी
मोनालिशा कुमारी को अहमदाबाद में, सारंधर कुमार को सिकंदराबाद में, आशा देवी को जिले के रामासाढ़ में, हीरामन यादव को हावड़ा तथा डीएस राठौर को मेरठ में इस बीमारी ने अपनी चपेट में लिया.
क्या कहते हैं नगर आयुक्त
नगर में फॉगिंग की व्यवस्था की जा रही है. जल्द ही पूरे नगर में फॉगिंग करायी जायेगी.
प्रमोद कुमार, नगर आयुक्त
जिले में फॉगिंग की व्यवस्था की जा रही है. जल्द ही पूरे जिले में फॉगिंग करायी जायेगी.
डॉ वीरेंद्र प्रसाद यादव, डीएम
कहां हो रहा है इलाज
डीएस राठौर का इलाज मिलिटरी कैंट हॉस्पिटल, दानापुर, जबकि बाकी मरीजों का इलाज पीएमसीएच में हुआ. कोई भी मरीज इलाज के लिए नहीं भटक रहा है.

Next Article

Exit mobile version