नीतीश-लालू और शाहाबाद डीआइजी के खिलाफ परिवाद पत्र दायर
आरा : भोजपुर जिले के पीरो में हुए तनाव में एकतरफा कार्रवाई को लेकर सीएम नीतीश कुमार,राजद प्रमुख लालू प्रसाद, गृह सचिव आमिर सुबहानी, आइजी पटना नैयर हसनैन खां और शाहाबाद के डीआइजी मो. रहमान के खिलाफ आरा के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में तीन परिवाद दायर किया गया है. न्यायालय में दायर परिवाद […]
आरा : भोजपुर जिले के पीरो में हुए तनाव में एकतरफा कार्रवाई को लेकर सीएम नीतीश कुमार,राजद प्रमुख लालू प्रसाद, गृह सचिव आमिर सुबहानी, आइजी पटना नैयर हसनैन खां और शाहाबाद के डीआइजी मो. रहमान के खिलाफ आरा के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में तीन परिवाद दायर किया गया है. न्यायालय में दायर परिवाद में पीरो के रहनेवाले शाहाबाद प्रक्षेत्र के डीआइजी मो रहमान द्वारा एक वर्ग विशेष के लोगों के साथ मारपीट करने और बेगुनाहों को जेल भेजने के साथ-साथ मानवाधिकार का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है.
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में हसन बाजार ओपी के सुखरौली गांव निवासी चंदन शर्मा, पिता यमुना शर्मा ने परिवाद संख्या 3869/16, पीरो के मातादीन टोला के धर्मेंद्र चौधरी पिता ललन चौधरी ने परिवाद संख्या 3870/16 तथा पीरो थाने के ओझवलिया गांव निवासी अखिलेश कुमार सिंह ने परिवाद संख्या 3871/16 दायर कर उक्त सभी को अभियुक्त बनाया है. परिवाद पत्र में यह भी कहा गया है कि एक पक्षीय कार्रवाई वोट बैंक के लिए अधिकारी और राजनेता गंठजोड़ द्वारा की गयी है. इसमें मानवाधिकारोंका उल्लंघन किया गया है. इसमें जख्मी लोगों को इलाज व दवा जैसी प्राथमिकी उपचार सामग्री का नहीं दिया जाना भी शामिल है. इस आशय की जानकारी अधिवक्ता सत्यव्रत ने दी.